Mohammed Zubair: जुबैर के सलाखों में पहुंचने के बाद सबूतों को नष्ट करने की हो रही है कोशिश, आखिर कौन है उसका हिमायती?

दरअसल, अभी जूबैर दिल्ली पुलिस के हत्थे चढ़ चुके हैं, लेकिन मीडिया में आई खबरों के मुताबिक,  कोई है, जो कि जुबैर की गैर मौजूदगी में सबूतों को नष्ट करने की  कोशिश कर रहे हैं। बता दें कि अब तक उनकी जुबैर के जेल जाने के बाद 100 से भी अधिक ट्विट  डिलीट किए जा चुके हैं। ध्यान रहे कि उन सभी ट्वीट में धार्मिक भावनाओं को  ठेस  पहुंचाने हेतु ट्वीट किए गए हैं।

सचिन कुमार Written by: June 29, 2022 8:37 pm
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नई दिल्ली। बीते दिनों दिल्ली पुलिस धार्मिक भावनाओं को आहत करने के आरोप में मोहम्मद जुबैर को गिरफ्तार किया गया था। जुबैर पर आरोप था कि उन्होंने हिंदू धर्म की भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए कई ट्विट किए थे। इतना ही नहीं, हिंदुओं के आराध्य देव हनुमान जी के संदर्भ में भी विवादास्पद टिप्पणी की थी,  जिसे एक ट्विटर यूजर की शिकायत पर पुलिस के संज्ञान में पहुंचाया गया, जिसके बाद जुबैर को गिरफ्तार करने जैसा कदम उठाया गया। वहीं, जुबैर पर यह भी आरोप लगा था कि उन्होंने अपनी वेबसाइट ऑल्ट न्यूज पर कई ऐसी रिपोर्ट प्रकाशित की थी, जो कि खबरों के नाम पर एजेंडों नमूना मात्र है। अब इसी बीच जुबैर को लेकर एक बड़ी जानकारी सामने आई है। आइए, आपको इसके बारे में विस्तार से बताते हैं।

दरअसल, जुूबैर अभी सलाखों के पीछे है। लेकिन मीडिया में आई खबरों के मुताबिक,  कोई है, जो कि जुबैर की गैर-मौजूदगी में सबूतों को नष्ट करने की  कोशिश कर रहा है। बता दें कि अब तक जुबैर के जेल जाने के बाद उसके द्वारा किए गए 100 से भी अधिक ट्वीट डिलीट किए जा चुके हैं। ध्यान रहे कि उन सभी ट्वीट में धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने की कोशिश की गई है। ऐसे में सवाल उठे रहे हैं कि आखिर कौन है, जो उनके ट्वीट को डिलीट कर रहा है। बता दें कि इससे पहले विगत 20 जून को भी जुबैर की ओर से किए गए 20 से भी अधिक ट्वीट डिलीट किए गए थे।

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आपको बता दें कि ट्विटर हैंडल ‘The Hawk Eye’ ने दावा किया है कि विगत दो माह के भीतर ही मोहम्मद जुबैर ने एक करोड़ रुपए जुटा लिए थे। यही नहीं, यह जानकर भी हैरानी होती है कि जुबैर ने मात्र 24 घंटे में एक करोड़ जुटा लिए थे, लेकिन यहां गौर करने वाली बात है कि अभी तक किसी को भी इसके स्रोत के बारे में जानकारी नहीं मिल पाई है। माना जा रहा है कि इसमें से 26 फीसद रकम विदेशों से प्राप्त किए गए हैं, जिसमें FCRA के उल्लंघन होने की भी बात सामने आई है। फिलहाल, पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है। ऐसे में देखना होगा कि आगे चलकर यह पूरा माजरा क्या रुख अख्तियार करता है।