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Maharashtra: शिवसेना ने जारी किया व्हिप, बागियों को दी आखिरी चेतावनी तो एकनाथ शिंदे ने पलटवार करते हुए कर दिया ये ऐलान

Maharashtra: इसी बीच शिवसेना ने अपने विधायकों के लिए व्हिप जारी कर दिया है। जिसमें कहा गया है कि आज शाम 5 बजे वर्षा (उद्धव ठाकरे का घर) पर मिलना है। इसके साथ ही ये भी कहा गया है कि अगर कोई भी बैठक से नदारद रहेगा तो माना जाएगा कि आप पार्टी छोड़ना चाहते हैं। इसके साथ ही शिवसेना ने अपने आखिरी बार बागियों को चेतावनी दी, तो वहीं एकनाथ शिंदे ने पलटवार करते हुए बड़ा कदम उठा दिया है।

नई दिल्ली। महाराष्ट्र की सियासत में भूचाल बढ़ता जा रहा है। पल-पल राज्य की राजनीति से कोई न कोई अपडेट सामने आ रहा है। शिवसेना नेता और मंत्री एकनाथ शिंदे के बागी होने के बाद से महाविकास अघाड़ी सरकार पर संकट के बादल मंडराते हुए दिखाई दे रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक, राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे किसी भी वक्त इस्तीफा दे सकते हैं। वहीं सीएम उद्धव ठाकरे ने राज्य में जारी राजनीतिक घमासान और एकनाथ शिंदे के बागी तेवर को लेकर अपनी चुप्पी तोड़ी है। उद्धव ने साफ कर दिया है कि, ‘अब देखेंगे कि आगे क्या होगा’। उद्वव ने संजय राउत की राह चलते हुए अब सब कुछ भविष्य के गर्भ में छोड़ दिया है। बता दें कि महाराष्ट्र में सियासी भूचाल के बीच सीएम उद्धव ठाकरे कोरोना की चपेट में आ गए है। इसकी जानकारी कांग्रेस नेता कमलनाथ ने दी।

इसी बीच शिवसेना ने अपने विधायकों के लिए व्हिप जारी कर दिया है। जिसमें कहा गया है कि आज शाम 5 बजे वर्षा (उद्धव ठाकरे का घर) पर मिलना है। इसके साथ ही ये भी कहा गया है कि अगर कोई भी बैठक से नदारद रहेगा तो माना जाएगा कि आप पार्टी छोड़ना चाहते हैं। इसके साथ ही शिवसेना ने अपने आखिरी बार बागियों को चेतावनी दी, तो वहीं एकनाथ शिंदे ने पलटवार करते हुए बड़ा कदम उठा दिया है।

इस बीच एकनाथ शिंदे ने शिवसेना की इस व्हिप पर ही सवाल उठाते हुए पार्टी पर दावा ठोका है। इसके साथ ही एकनाथ ने 34 विधायकों का साइन वाला समर्थन पत्र जारी किया। जिसमें 34 विधायकों के हस्ताक्षर किए गए हैं। एकनाथ ने मराठी में ट्वीट करते हुए लिखा, शिवसेना विधायक भरत गोगावले को शिवसेना विधानमंडल का मुख्य प्रतिनिधि नियुक्त किया गया है। इसकी वजह यह है कि सुनील प्रभु द्वारा विधायकों की आज की बैठक के संबंध में जारी आदेश कानूनी रूप से अमान्य है।’

ज्ञात हो कि महाराष्ट्र में एमएलसी चुनाव के बाद ही बगावती सुर तेज हुई है।इस क्रॉस वोटिंग का फायदा भारतीय जनता पार्टी (BJP) को मिला। बता दें कि भाजपा गठबंधन के पास 113 विधायक हैं। महाराष्ट्र में विधानसभा की 288 सीटें हैं और सत्ता पर काबिज होने के लिए 145 का आंकड़ा है। यदि एकनाथ शिंदे के साथ 40 विधायकों का भाजपा को समर्थन मिल जाता है तो राज्य में कमल खिल सकता है।