newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Encounter in Kathua, Kulgam : कठुआ में भी शुरू हुई मुठभेड़, कुलगाम में मारे गए दोनों आतंकियों का लिया गया डीएनए सैंपल

Encounter in Kathua, Kulgam : कुलगाम में जम्मू कश्मीर पुलिस, सेना और सीआरपीएफ के संयुक्त ऑपरेशन में 12 घंटे तक यह मुठभेड़ चली। मारे गए आतंकवादियों के ठिकाने से दो एके 47 राइफल, पांच मैगजीन, पिस्तौल और अन्य हथियार तथा गोला-बारूद बरामद किया गया है।

नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर के कुलगाम में 12 घंटे तक चली मुठभेड़ में सुरक्षाबालों ने दो आतंकवादियों को मार गिराया है। पुलिस, सेना और सीआरपीएफ के संयुक्त ऑपरेशन में इस मुठभेड़ को अंजाम दिया गया। हालांकि इस दौरान एएसपी और चार जवान भी घायल हो गए। मारे गए आतंकवादियों के ठिकाने से दो एके 47 राइफल, पांच मैगजीन, पिस्तौल और अन्य हथियार तथा गोला-बारूद बरामद किया गया है। मारे गए दोनों आतंकियों का डीएनए सैंपल लिया गया है। दूसरी तरफ कठुआ में भी एनकाउंटर शुरू हो गया है। यहां दोनों तरफ से गोलीबारी जारी है। सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। हर आने-जाने वाले वाहनों की चेकिंग की जा रही है। इलाके में सर्च अभियान भी चलाया जा रहा है।

कुलगाम मुठभेड़ पर दक्षिण कश्मीर के डीआईजी जावेद अहमद मट्टू ने जानकारी देते हुए बताया कि यह जम्मू कश्मीर पुलिस, सेना और सीआरपीएफ का संयुक्त ऑपरेशन था जिसमें 2 आतंकवादी मारे गए। उनके कब्जे से बहुत सारे हथियार और गोला-बारूद बरामद किए गए। शवों की पहचान करना बहुत मुश्किल है। जांच चल रही है और आतंकियों के डीएनए सैंपल लिए गए हैं। डीआईजी ने बताया कि हमारे पास एक खास इनपुट था और उस इनपुट के अनुसार, उनमें से एक उमेश अहमद वानी है जो कुलगाम के चावलगाम गांव का रहने वाला है। वह टीआरएफ (द रेजिस्टेंस फ्रंट) नाम के आतंकी संगठन से जुड़ा था और वह 2020 में इसमें शामिल हुआ था। वह पुलवामा, शोपियां, कुलगाम और अनंतनाग जिलों में सक्रिय था और उसके खिलाफ कई एफआईआर दर्ज की गई थीं।

डीआईजी ने कहा कि दूसरी हमारे पास जो खबर थी वह आकिब शेर गोजरी के बारे में थी, वह अगस्त 2022 से आतंकवादी संगठन से जुड़ा था और वह कई आतंकवादी गतिविधियों में भी शामिल था। उसके खिलाफ कुलगाम, पुलवामा, बडगाम जिलों में कई एफआईआर दर्ज की गई थीं। वह टीआरएफ संगठन से भी जुड़ा था और पिछले 2.5 वर्षों से पुलवामा, शोपियां, बडगाम, अनंतनाग जिलों में सक्रिय था।