नेता किस तरह अपनी सियासत चमकाने और एक नेरेटिव सेट करने के लिए तथ्यों की धज्जियां उड़ा देते हैं प्रधानमंत्री मोदी से जुड़ा टेलीप्रॉम्प्टर वाकया इसकी सबसे ताज़ा बानगी है। सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने World Economic Forum के ऑनलाइन दावोस एजेंडा 2022 शिखर सम्मेलन को संबोधित किया लेकिन इस बीच अचानक किसी तकनीकी खराबी के चलते उन्हें कुछ देर रुकना पड़ा। बस, फिर क्या था कुछ सेकेंड के इस एक पल ने उनके 30 मिनट से भी लंबे संबोधन से ज्यादा सुर्खियां बटोरीं। पीएम मोदी के विरोधियों ने उन पर बिना Teleprompter के एक भी शब्द न बोल पाने का आरोप लगाकर उनका मज़ाक उड़ाया। सोशल मीडिया पर #TeleprompterPM ट्रेंड चलाकर देश के प्रधानमंत्री का मखौल बनाया गया। कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों के नेताओं ने ये कहा कि पीएम मोदी के अचानक बीच में ही भाषण रोकने की वजह टेलिप्रॉम्प्टर का बंद होना था। कांग्रेस नेता रेवंत रेड्डी ने पीएम मोदी के भाषण रोकने वाले इस वीडियो को राहुल गांधी के उस वीडियो से जोड़कर दिखाया जिसमें राहुल गांधी कह रहे हैं कि पीएम मोदी बोलने के लिए टेलीप्रॉम्प्टर का सहारा लेते हैं, इस वीडियो को कई कांग्रेसी नेताओं समेत राज्य कांग्रेस इकाइयों ने भी शेयर किया।
Teleprompter fails during PM Modi’s speech at World Economic Forum, Davos Agenda 2022. pic.twitter.com/38nPLhGYyt
— South Asia Index (@SouthAsiaIndex) January 17, 2022
आज पीएम मोदी के खिलाफ एक नेरेटिव सेट करने के लिए फैलाए गए इस टेलीप्रॉम्प्टर प्रोपेगेंडा की कलई हम आपके लिए खोलेंगे और आपको तथ्यों से रूबरू कराएंगे। वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के ऑनलाइन कार्यक्रम में पीएम मोदी के भाषण से जुड़े इस पूरे विवाद को समझने के लिए घटनाक्रम को जानना महत्वपूर्ण है। WEF के ऑनलाइन सत्र में दिया गया पीएम मोदी का ये भाषण नरेंद्र मोदी, डीडी न्यूज़ और WEF के आधिकारिक यू-ट्यूब चैनल पर मौजूद है। यहां गौर करने वाली बात ये है कि WEF और DD के उलट प्रधानमंत्री के नरेंद्र मोदी यू ट्यूब चैनल में ये टेकनिकल ग्लिच शामिल नहीं है।
डीडी के youtube channel पर जो वीडियो है उसमें प्रधानमंत्री जब छह मिनट से ज्यादा समय तक बोल रहे थे तब उनके भाषण के इस हिस्से को WEF के YouTube चैनल पर प्रसारित नहीं किया गया। असल में, WEF के लाइव स्ट्रीम वीडियो संस्करण के पहले आठ मिनट खाली हैं, लाइव स्ट्रीम दोबारा शुरू होती है प्रधानमंत्री संबोधन के बीच के हिस्से से, इससे ये साफ हो जाता है कि ये एक तकनीकी खराबी थी जिसके कारण पीएम के भाषण का शुरूआती हिस्सा WEF के YouTube चैनल पर लाइव-स्ट्रीम नहीं किया गया था। 5वें मिनट के चौथे सेकेंड पर पीएम मोदी ने अपना संबोधन शुरू किया। 7वें मिनट के 7वें सेकेंड पर, पीएम मोदी अपनी बाईं ओर देखते हैं और बोलना बंद कर देते हैं।
WEF के YouTube चैनल पर संबोधन की वीडियो को ठीक इसी वक्त पर देखने से पता चलता है कि जब पीएम मोदी ने अपनी बाईं ओर देखा, तब वहां इवेंट मैनेजमेंट टीम का कोई ऐसा व्यक्ति मौजूद था जो इवेंट का प्रबंधन कर रहा था, उसने कहा कि पीएम को पूछना चाहिए कि क्या हर कोई संबोधन में शामिल हुआ है या नहीं। इसके बाद पीएम पूछते हैं कि क्या उनकी और उनके interpreter की आवाज सुनी जा सकती है। यानि कि पीएम मोदी ने इस कार्यक्रम का प्रबंधन करने वाली टीम की दखलअंदाज़ी का वजह से बोलना बंद किया न कि टेलीप्रॉमप्टर के बंद होने की वजह से। तकनीकी गड़बड़ी की इस पूरी घटना को विपक्षी नेताओं और देश के कुछ बुद्धिजीवियों ने ऐसे दिखाया जैसे प्रधानमंत्री के सामने लगा टेलीप्रॉम्प्टर बंद हो जाने की वजह से वे एक शब्द भी न बोल पाए हों।