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Coronavirus : देश में लगातार 9 दिन से कम आ रहे हैं Covid-19 से संक्रमण के मामले, तो क्या गुजर चुका है कोरोना का पीक?

Coronavirus : दुनियाभर में इस समय (Coronavirus) का कहर जारी है। हालांकि, भारत में पिछले नौ दिन से रोज आने वाले मामलों की संख्‍या घटी (Number of cases decreased) है। पिछले 7 दिनों में आए नए मामलों (Corona New Cases) के औसत का आंकड़ा बताता है कि कोविड का ग्राफ (Covid Graph) नीचे आ रहा है।

नई दिल्ली। दुनियाभर में इस समय कोरोना (Coronavirus) का कहर जारी है। हालांकि, भारत में पिछले नौ दिन से रोज आने वाले मामलों की संख्‍या घटी (Number of cases decreased) है। पिछले 7 दिनों में आए नए मामलों (Corona New Cases) के औसत का आंकड़ा बताता है कि कोविड का ग्राफ (Covid Graph) नीचे आ रहा है। महामारी (Epidemic) शुरू होने के बाद, 17 सितंबर से 26 सितंबर के बीच का वक्‍त ऐसा रहा है जब लगातार गिरावट देखी गई है। तो क्या ऐसा माना जाए कि देश में कोरोना का पीक (Corona Peak) गुजर चुका है।

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देश में कोरोना का ग्राफ नीचे आ रहा है। वह भी तब, जब टेस्‍ट्स का 7 दिन पर औसत 17 सितंबर को 10.7 लाख से बढ़कर 25 सितंबर को 11.2 लाख हो गया। यानी ज्‍यादा टेस्‍ट के बावजूद केसेज के औसत में बढ़त नहीं हुई। 17 सितंबर को डेली केसेज का औसत (7 दिन का) 93,199 था। यह महामारी शुरू होने के बाद का सबसे ऊंचा आंकड़ा है। यूरोपियन सेंटर फॉर डिजीज प्रिवेंशन ऐंड कंट्रोल (ECDC) के पास मौजूद डेटा के अनुसार, तब से यह लगातार कम हो रहा है। इससे पहले भी लगातार गिरावट देखी गई है मगर वह दो दिन से ज्‍यादा नहीं टिकी।

Corona Virus

इसका मतलब यह नहीं कि भारत में कोरोना का सबसे खराब दौर गुजर चुका है। अभी ऐसा कह पाना मुश्किल है। अन्‍य देशों के अनुभव बताते हैं कि लंबे वक्‍त तक केसेज गिरने के बाद अचानक से बढ़े हैं। उदाहरण के दौर पर अमेरिका में कोविड का पहला पीक 11 अप्रैल को आया था, तब 7 दिन पर केसेज का औसत 31,942 हो गया था। 29 मई तक यह और गिरकर 20,638 हो गया। लेकिन फिर यह बढ़ना शुरू हुआ और 20 जुलाई को एक और पीक पर पहुंचा जब 7 दिनी औसत 66,903 हो गया। 13 सितंबर तक यह गिरकर 34,320 हुआ लेकिन 26 सितंबर आते-आते फिर बढ़कर 44,109 हो गया है।

रूस, स्‍पेन, फ्रांस और यूके में भी लंबे वक्‍त तक केसेज में गिरावट के बाद, नए मामलों में इजाफा हो रहा है। एक दिन के आंकड़ों के बजाय 7 दिन के औसत से बेहतर तस्‍वीर मिलती है। ऐसा इसलिए क्‍योंकि टेस्ट्स की संख्‍या के चलते डेली केसेज की संख्‍या में खासा अंतर हो सकता है। कुछ देशों में कोरोना की सेकेंड और थर्ड वेव का मतलब यह नहीं कि भारत में भी वैसा ही होगा। दुनिया के जिन 10 देशों में कोविड के सबसे ज्‍यादा मामले हैं, उनमें से ब्राजील, कोलंबिया, मेक्सिको और साउथ अफ्रीका ने अबतक दूसरा पीक नहीं देखा है। ब्राजील और साउथ अफ्रीका में जुलाई के आखिर में कोरोना पीक पर पहुंचा था लेकिन उसके बाद से केसेज घटे हैं। कोलंबिया और मेक्सिको में भी अगस्‍त के बाद से कोरोना का पीक नहीं आया है। भारत में राज्यों का डेटा दिखाता है कि कुछ राज्‍यों में कोरोना मामलों का डेली एवरेज कम हुआ है, जबकि कुछ में बढ़ रहा है।