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मुंबई के आजाद मैदान में जुटे किसान, शरद पवार ने किसानों की रैली को किया संबोधित

तीन कृषि कानूनों (Farmers Law) को रद्द करने की मांग पर अड़े किसानों का आंदोलन (Farmers Protest) दिल्ली की सीमाओं को घेरकर बैठे हैं। इसके साथ ही किसान गणतंत्र दिवस के मौके पर ट्रैक्टर परेड (Tractor Parade) निकालने की मांग पर अड़े है।

नई दिल्ली। तीन कृषि कानूनों (Farmers Law) को रद्द करने की मांग पर अड़े किसानों का आंदोलन (Farmers Protest) दिल्ली की सीमाओं को घेरकर बैठे हैं। इसके साथ ही किसान गणतंत्र दिवस के मौके पर ट्रैक्टर परेड (Tractor Parade) निकालने की मांग पर अड़े है। इसको लेकर सुप्रीम कोर्ट ने पहले ही साफ कर दिया था कि इसकी इजाजत दिल्ली पुलिस देखेगी क्योंकि यह दिल्ली पुलिस के अंदर आने वाला विषय है। इसके बाद ट्रैक्टर परेड निकालने को लेकर किसान नेताओं और दिल्ली पुलिस के आला अधिकारियों के बीच लगातार बैठक जारी थी। किसान नेताओं ने इस मामले में अपनी रैली का रूटमैप भी दिल्ली पुलिस को दिया था। किसान नेता पहले राजपथ पर ट्रैक्टर परेड निकालने पर अड़े थे। लेकिन इसकी पहले से मनाही थी। इसके बाद किसानों से दिल्ली पुलिस के आला अधिकारियों ने अपनी रूट की जानकारी मांगी। अब दिल्ली पुलिस की तरफ से स्पष्ट कर दिया गया है कि किसानों को ट्रैक्टर परेड की इजाजत दे दी गई है। यह ट्रैक्टर परेड दिल्ली की सीमाओं पर वहां से शुरू होगी जहां तीन तरफ किसान बैठे हुए हैं। इसके लिए दिल्ली पुलिस ने रूटमैप भी बता दिया है। हालांकि किसान नेता पुलिस के दिए रूट से खुश नहीं हैं।

farners protest

अपड़ेट

मुंबई के आजाद मैदान में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार और महाराष्ट्र कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बालासाहेब थोराट ने किसानों के प्रदर्शन में भाग लिया। किसानों की रैली को संबोधित करते हुए कहा कि ठंड के मौसम में, पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के किसान पिछले 60 दिनों से आंदोलन कर रहे हैं। क्या पीएम ने उनके बारे में पूछताछ की है? क्या ये किसान पाकिस्तान के हैं।

ट्रैक्टर रैली को लेकर दिल्ली पुलिस और किसानों की मीटिंग जारी है। रूट पर अंतिम फैसला होगा। दिल्ली पुलिस और सरवान सिंह पंढेर के बीच मीटिंग चल रही है। दिल्ली के एडिशनल डीसीपी घनश्याम बंसल भी इस मीटिंग में शामिल हैं।

तमिलनाडु के करूर में मौजूद राहुल गांधी ने कृषि कानून को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा, ”प्रधानमंत्री तीन नए क़ानून लाए हैं जो भारतीय कृषि को बर्बाद कर देंगे और कृषि को दो-तीन बड़े उद्योगपतियों के हाथ में सौंप देंगे। एक क़ानून साफ-साफ कहता है कि किसान अपनी रक्षा करने के लिए कोर्ट नहीं जा सकते हैं।”

महाराष्ट्र में कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने के लिए महाराष्ट्र के अलग-अलग हिस्सों से किसान मुंबई के आजाद मैदान में जमा हुए। एक प्रदर्शनकारी ने बताया, “जब तक कानून वापस नहीं होंगे किसानों का आंदोलन नहीं रूकेगा। हम आज रैली करने के बाद राज्यपाल को ज्ञापन देने जाएंगे।”

गणतंत्र दिवस पर कल होने वाली किसानों की ट्रैक्टर रैली से पहले गाज़ीपुर बॉर्डर पर ट्रैक्टर पहुंच रहे हैं।

किसान मजदूर संघर्ष कमेटी पंजाब के सुखविंदर सिंह सभरा ने कहा कि शर्तों के साथ रैली निकालने की बात को हम नामंजूर करते हैं। सुबह 10 बजे हमारी पुलिस के साथ बैठक है उसमें तय किया जाएगा कि कौन से रूट पर रैली निकालनी है और कितने बजे रैली निकालनी है। 12 बजे रैली निकालने का कोई तुक नहीं बनता है।

किसान नेता हरिंदर सिंह लखोवाल ने कहा कि हमारा रूटमैप कुल 500 किलोमीटर का है। हमने रूटमैप बना लिया है और कल नेट पर डाल देंगे। सरकार इंतजाम करे ताकि कुछ गड़बड़ न हो। हमने 3,000 वालंटियर की फोर्स बनाई है ताकि कुछ गड़बड़ न हो। ट्रैक्टर रैली शांतिपूर्वक होगी।