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आज का हमारा आंदोलन सफल और शांतिपूर्ण तरीके से हुआ: राकेश टिकैत

Farmers Protest: केंद्र के कृषि कानूनों (Farm Laws) के खिलाफ किसानों के आंदोलन का आज 19वां दिन है। किसानों की भूख हड़ताल शुरू हो गई है।

नई दिल्ली। केंद्र सरकार द्वारा लागू तीन नये कृषि कानूनों के विरोध में किसानों का आंदोलन सोमवार को 19वें दिन जारी है और विभिन्न किसान यूनियन के नेता एक दिन के भूख हड़ताल पर बैठे हैं। साथ ही सभी जिला मुख्यालयों पर भी धरना देंगे। वहीं किसान के इस ऐलान के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी एक दिन उपवास रखने का ऐलान किया है। उन्होंने आम आदमी पार्टी के समर्थकों और कार्यकर्ताओं से भी एक दिन के उपवास रखने की अपील की है।

Farmers Protest

अपडेट-

किसान नेता राकेश टिकैट ने कहा कि, “हमारा आज का आंदोलन सफल और शांतिपूर्ण तरीके से हुआ। हम बातचीत से इसका समाधान चाहते हैं। यहां से किसान वापस नहीं जाएगा। अगर पुलिस प्रशासन ने हमारी ट्रॉलियों को रोका तो ऊपर का रास्ता जाम करेंगे और हमें कुछ कहा तो गांवों में, थानों में पशु बाधेंगे।”

दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर ओडिशा से कृषि कानूनों का विरोध करने आए किसान सिंघु बॉर्डर पहुंचे। कानूनों का विरोध करने के लिए एक प्रदर्शनकारी ने अपना सिर मुंडवाया।

यूपी के ADG Law And Order Prashant Kumar ने किसान आंदोलन पर कहा कि कुछ ऐसे आपराधिक तत्व हैं जो किसान आंदोलन की आड़ में कुछ गड़बड़ी फैलाना चाहते हैं, ऐसे लोगों पर प्रशासन स्थानीय स्तर पर कार्रवाई कर रहा है।

दिल्ली: हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला केंद्रीय मंत्री नीतिन गडकरी के आवास पहुंचे।

फिक्की के वार्षिक सम्मेलन में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने किसान आंदोलन पर कहा कि, हमारे कृषि क्षेत्र के खिलाफ प्रतिकूल कदम उठाने का कोई सवाल ही नहीं है। हाल के सुधारों को भारत के किसानों के सर्वोत्तम हितों को ध्यान में रखते हुए किया गया है। हम हमेशा अपने किसान भाइयों की बात सुनने, उनकी गलतफहमी को दूर करने और आश्वासन देने के लिए तैयार रहते हैं।

दिल्ली: कृषि कानूनों के खिलाफ जंतर-मंतर पर पंजाब के कांग्रेस सांसदों का विरोध प्रदर्शन जारी है।

केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा, किसी भी काम या आंदोलन को लेकर जिद पर अड़ जाने से समाधान नहीं होता है। समाधान निश्चित रूप से मिल बैठकर निकलता है। मैं किसान भाईयों से आग्रह करूंगा कि भारत सरकार आपके साथ बैठने के लिए तैयार है।

किसानों के आंदोलन के बीच बैठकों का दौर जारी है, अमित शाह के घर जारी कृषि मंत्री के साथ बैठक खत्म हो गई है।

उत्तर प्रदेश: कृषि कानूनों के​ विरोध में किसान नेता दलित प्रेरणा स्थल पर भूख हड़ताल पर बैठे। भारतीय किसान यूनियन लोकशक्ति के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा, “सरकार किसानों को आंदोलन में कुछ नया करने के लिए मजबूर न करे और जल्दी हमारी मांग मान ले।”

गाजीपुर बॉर्डर पर सोमवार सुबह 11.00 बजे कुछ प्रदर्शनकारी नेशनल हाइवे 24 पर धरने पर बैठ गए, जिसके चलते यहां एक लंबा जाम लग गया। लेकिन कुछ देर बाद ही प्रदर्शनकारियों को सड़कों से हटवा दिया गया। किसानों की नाराजगी देख टिकैत कुछ देर के लिए सड़क पर उनके साथ बैठे और फिर उठ कर प्रदर्शनकारियों से अपील की कि अब आप भी उठ जाइए। किसान नेताओं की अपील सुनकर प्रदर्शनकारी हाईवे से उठ गए और एक बार फिर से नेशनल हाईवे पर गाड़ियों की आवाजाही शुरू हो गई।

किसान नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी का कहना है कि सरकार MSP के मसले पर गुमराह कर रही है। गृहमंत्री अमित शाह ने दिसंबर में कहा था कि सरकार 23 फसलों को MSP पर नहीं खरीद सकती है, क्योंकि इससे 17 लाख करोड़ का खर्च होता है।

भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि किसानों में कोई फूट नहीं है। भाकियू (भानु) के तीन नेताओं ने यूनियन से इस्तीफा दे दिया क्योंकि वह अध्यक्ष भानु प्रताप सिंह के समझौता करने वाली बात से आहत थे।

कृषि कानूनों के खिलाफ जयसिंहपुर खेड़ा (राजस्थान-हरियाणा) बॉर्डर पर किसान डटे हुए हैं। किसानों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए बॉर्डर पर सुरक्षा बल तैनात किया गया है।

किसान आंदोलन के समर्थन में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, दिल्ली सरकार में मंत्री सत्येंद्र जैन, गोपाल राय और आम आदमी पार्टी के अन्य नेता भूख हड़ताल पर बैठे।

सीएम अरविंद केजरीवाल ने किसानों के समर्थन में आज एक दिन का उपवास रखा है जिस पर पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा था कि ये उनका नाटक है। इस पर आज सीएम केजरीवाल ने ट्वीट कर उन्हें जवाब दिया कि, ‘कैप्टन जी, मैं शुरू से किसानों के साथ खड़ा हूं। दिल्ली के स्टेडियम में जेल नहीं बनने दी, केंद्र से लड़ा। मैं किसानों का सेवादार बनके उनकी सेवा कर रहा हूं आपने तो अपने बेटे के ईडी केस माफ करवाने के लिए केंद्र से सेटिंग कर ली, किसानों का आंदोलन बेच दिया? क्यों?’

केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने दिल्ली के मुख्यमंत्री हमला बोलते हुए ट्वीट कर लिखा, ‘केजरीवाल जी, ये आपका पाखण्ड है। आपने पंजाब विधानसभा चुनावों में वादा किया था कि जीतने पर एपीएमसी कानून में संशोधन किया जाएगा। नवंबर 2020 में आपने दिल्ली में कृषि कानूनों को अधिसूचित भी किया और आज आप उपवास का ढोंग कर रहे हो। यह कुछ और नहीं बल्कि पाखण्ड ही है।

गाजीपुर बॉर्डर पर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत समेत अन्य किसान नेताओं ने शुरू की भूख हड़ताल। यहां ये लोग सुबह 8.00 बजे से शाम 5.00 बजे तक अनशन पर रहेंगे।

सिंघु बॉर्डर पर किसान नेता कृषि कानूनों के खिलाफ भूख हड़ताल कर रहे हैं।

कृषि कानूनों के खिलाफ टिकरी बॉर्डर पर किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है। किसान आज इन कानूनों के खिलाफ भूख हड़ताल पर हैं।

कृषि कानूनों के खिलाफ किसान प्रदर्शनकारी सिंघु बॉर्डर पर डटे हुए हैं। किसान आज कानूनों के खिलाफ भूख हड़ताल करेंगे। किसान मज़दूर संघर्ष कमेटी पंजाब के दयाल सिंह ने बताया, “काले कानूनों की वजह से अन्नदाता भूख हड़ताल कर रहे हैं।”

भारतीय किसान यूनियन दोआबा के अध्यक्ष मनजीत ने कहा कि हम सरकार को ये संदेश(भूख हड़ताल से) देना चाहते हैं कि जो अन्नदाता देश का पेट भरता है उसको आज आपकी गलत नीतियों की वजह से भूखा बैठना पड़ रहा है।