नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में जातिगत सर्वे कराने को लेकर आम आदमी पार्टी (AAP) के सांसद संजय सिंह (Sanjay Singh) की मुश्किलें बढ़ती दिखाई दे रही हैं। संजय सिंह के खिलाफ दर्ज एफआईआर में राजद्रोह की धारा जोड़ने के बाद लखनऊ की हजरतगंज पुलिस ने उन्हें 20 सितंबर (रविवार) को 11 बजे हाजिर होने का नोटिस भेजा है। संजय सिंह पर आरोप है कि उन्होंने उत्तर प्रदेश में योगी सरकार (Yogi Government) के जातिवादी होने को लेकर फोन सर्वे आयोजित कराया है। जिसके बाद हजरतगंज थाने में एक एफआईआर दर्ज की गई थी। दरअसल, जाति के आधार पर लोगों को की गई फोन कॉल्स को लेकर हजरतगंज कोतवाली में संजय सिंह पर एफआईआर दर्ज की गई थी।
लखनऊ पुलिस के अनुसार, गुरुवार को आप सांसद संजय सिंह के नई दिल्ली के नार्थ एवेन्यू स्थित आवास के पते पर नोटिस सर्व करा दिया गया है। पुलिस ने संजय सिंह को नोटिस पर उपस्थित न होने पर कड़ी कार्रवाई की भी बात कही है। आपको बता दें कि पिछले दिनों में संजय सिंह पर यूपी में 13 मामले दर्ज किए गए हैं।
बता दें कि पिछले दिनों आप के राज्यसभा सदस्य व उत्तर प्रदेश प्रभारी संजय सिंह ने जातिगत सर्वे के नतीजे जारी किए थे। उन्होंने बताया कि 68 हजार लोगों को फोन करके ये सर्वे किया गया था। सर्वे के नतीजों में यह दावा किया गया है कि 63 फीसदी लोगों ने यह माना है कि योगी सरकार जातिवादी है, जबकि 28 फीसदी लोग ऐसा नहीं मानते हैं। 9 फीसदी लोग ऐसे हैं, जिन्होंने अपनी कोई राय जाहिर नहीं की है।