नई दिल्ली। भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल द्वारा पैगंबर मोहम्मद पर दिए विवादित बयान को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। कुवैत, कतर, सऊदी अरब जैसे देश इस्लामिक देश नूपुर शर्मा के बयान को लेकर भारत सरकार से नाराजगी जता रहे है और अपना विरोध जता रहे है। वहीं देश की विपक्षी पार्टियां भी इस मामले को लेकर अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे है। इसी बीच नूपुर शर्मा के द्वारा पैगंबर मोहम्मद को लेकर भारत के विदेश मंत्रालय की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है। गुरुवार को विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने उन देशों को जवाब दिया है जिन्होंने पैगंबर मोहम्मद विवाद पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
अरिंदम बागची ने प्रेस कॉन्फेंस करते हुए कहा है कि किसी का भी निजी विचार भारत सरकार का नहीं है। बागची ने मीडिया से बात करते कहा कि, हमने पूरी तरह से स्पष्ट कर दिया है कि ऐसे सोशल मीडिया ट्वीट, टिप्पणी का सरकार के रुख को प्रदर्शित नहीं करते हैं।”
#ProphetRow Aftermath | MEA Spokesperson, Arindam Bagchi – Tweets & statements do not reflect views of Govt. Also action has been taken by the concerned authorities.
Watch #NationAt5 with @AnchorAnandN pic.twitter.com/J8WZlq3kZk
— News18 (@CNNnews18) June 9, 2022
दरअसल विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता बागची से भारत की दौरे पर आए ईरान के विदेश मंत्री हुसैन आमिर अब्दुल्लाहियन की NSA अजित डोवाल के साथ बैठक के दौरान पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ विवादित टिप्पणी का मसला उठाये जाने की रिपोर्ट के बारे में प्रश्न पूछा गया था। जिस पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने यह जवाब दिया।
आपको बता दें कि एक टीवी डिबेट के दौरान नूपुर शर्मा ने ज्ञानवापी मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी थी। इस दौरान नूपुर शर्मा ने पैगंबर मोहम्मद को लेकर एक बयान दिया था। उनके इस बयान को लेकर जमकर बवाल मचा। नूपुर शर्मा के खिलाफ धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने और दूसरे धर्म के विरुद्ध कमेंट करने के आरोप में प्राथमिकी भी दर्ज की गई।