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ऋषिकेश : लॉकडाउन का उल्लंघन करना विदेशी सैलानियों को पड़ा महंगा, पुलिस ने दी अनोखी सजा

दरअसल, तीर्थनगरी में सुबह 7 बजे से दोपहर एक बजे तक रिलेक्सेशन पीरियड रहता है। यानी कि अगर किसी शख्स को खाने-पीने या अन्य किसी आवश्यक वस्तु की जरूरत है तो वह जाकर खरीद ले। विदेशी नागरिक, इसी दौरान सामान खरीदने का बहाना बनाकर गंगा नदी के किनारे घूमने निकल गए। कोई गंगा में डुबकी लगा रहा था तो कोई घूम रहा था।

नई दिल्ली। वैश्विक महामारी कोरोनावायरस के प्रकोप से बचने के लिए पूरे देश में 21 दिनों का लॉकडाउन घोषित किया गया है। इस बीच उत्तराखंड के ऋषिकेश में लॉकडाउन का उल्लंघन करने पर विदेशी सैलानियों को एक अनोखी सजा दी गई। दरअसल ये दस विदेशी शनिवार को गंगा किनारे साईं घाट पर लॉकडाउन के बावजूद सैर-सपाटे कर रहे थे, जिसके बाद पुलिस ने सबसे कागज पर 500 बार ‘आई एम सॉरी’ लिखवाया। इजरायल, ऑस्ट्रेलिया, मेक्सिको और कुछ यूरोपीय देशों से आए इन विदेशी नागरिकों से पुलिस ने एक-एक कागज पर ‘मैने लॉकडाउन का उल्लंघन किया है, मुझे माफ कर दो’ 500 बार लिखवाया।

तपोवन चौकी इंचार्ज विनोद कुमार शर्मा ने बताया कि घाट पर चहल कदमी कर रहे 10 विदेशी नागरिकों को मैंने लॉकडाउन का उल्लंघन करते पाया।इसके बाद पुलिस ने इन विदेशियों को अनोखी सजा दी, जिसमें उन्होंने कागज पर पांच सौ बार लिखवाया, ‘मैंने लॉकडाउन का उल्लंघन किया है, मुझे माफ कर दो।’

दरअसल, तीर्थनगरी में सुबह 7 बजे से दोपहर एक बजे तक रिलेक्सेशन पीरियड रहता है। यानी कि अगर किसी शख्स को खाने-पीने या अन्य किसी आवश्यक वस्तु की जरूरत है तो वह जाकर खरीद ले। विदेशी नागरिक, इसी दौरान सामान खरीदने का बहाना बनाकर गंगा नदी के किनारे घूमने निकल गए। कोई गंगा में डुबकी लगा रहा था तो कोई घूम रहा था।

पुलिस को जैसे ही विदेशी नागरिकों द्वारा लॉकडाउन उल्लंघन करने की जानकारी मिली, वे मौके पर पहुंच गए और उन्हें यह अनोखी सजा देते हुए भविष्य में इस तरह की गलती नहीं दोहराने का निर्देश देते हुए छोड़ दिया।