नई दिल्ली। भारत-चीन की सेना के बीच 15 जून को जो कुछ हुआ उसके बाद से ही वास्तविक नियंत्रण रेखा के आर-पार दोनों देश की सेनाएं बड़ी संख्या में मौजूद हैं। गलवान घाटी में हुई घटना में भारत के 20 जांबाज शहीद हो गए। इस पर पूरा देश आक्रोशित है। लोगों का भरोसा सेना पर है कि उनकी सरहद पर होते कोई भी हमारी सरजमीं पर कदम नहीं रख सकता।
लेकिन कांग्रेस पार्टी के नेता लगातार सेना का मनोबल तोड़ने वाले बयान देते रहे हैं। लगातार इस बात को कांग्रेस पार्टी के नेताओं द्वारा दोहराया जा रहा है कि हमारी जमीन पर चीनी सेना ने कब्जा कर लिया है। जबकि प्रधानमंत्री सर्वदलीय बैठक में इस बात को बोल चुके हैं कि भारत की किसी भी जमीन पर कब्जा नहीं किया गया है। सेना के पूर्व के अधिकारी भी हमेशा से यही मानते हैं कि भारतीय सेना के सरहद पर होते हुए किसी भी देश के सैनिकों की हिम्मत नहीं होगी की वह भारत की सरजमीं पर कदम रख पाएं।
लेकिन रोज की तरह आज भी कांग्रेस पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने वीडियो जारी कर इस मामले पर सरकार को घेरने का प्रयास किया। हालांकि उन्होंने सेना के जांबाज शहीद जवानों को नमन करते हुए अपनी बात तो शुरू की लेकिन वह हमारी सरजमीं पर कब्जे वाली बात पर आकर सरकार पर बरस पड़ी। ये दो विरोधाभासी बातें हैं अगर सेना के जवान जांबाज हुए तो फिर कोई हमारी जमीन पर कदम कैसे रख सकता है। वह भी तब जब हमारे 20 जवान इस पूरी घटना में शहीद हो गए और चीन की सेना के जवान बड़ी संख्या में हताहत हुए हों।
अब सोनिया गांधी के इस द्वारा जारी इस वीडियो संदेश पर भारत के पूर्व थल सेना अध्यक्ष जनरल वी.पी. मलिक का बयान सोशल मीडिया पर आया है। उन्होंने सोनिया गांधी के इस वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि सत्ता में बैठी सरकार को लेकर सैनिकों के मन में संदेह की स्थिति पैदा करना किसी भी तरह से अस्वीकार्य है। किसी भी राजनीतिक दल को ऐसी राजनीति में सशस्त्र बलों को शामिल नहीं करना चाहिए। सशस्त्र बल संविधान के अनुसार वर्तमान की सरकार के साथ मिलकर किसी भी तरह का निर्णय लेती है।
The latter part, creating doubts into the minds of soldiers about the Government in power is unacceptable. No political party should involve armed forces in such politics. The armed forces have, and will, fight as per Constitution under the Government of the day.
— Ved Malik (@Vedmalik1) June 26, 2020
वीडियो संदेश के जरिए सोनिया गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री कहते हैं कि हमारी सीमा में कोई घुसपैठ नहीं हुई, वहीं दूसरी ओर रक्षा मंत्री और विदेश मंत्रालय कई बार चीनी सैनिकों के घुसपैठ की चर्चा करते हैं। एक्सपर्ट्स और मीडिया सैटेलाइट तस्वीरें दिखाकर चीनी घुसपैठ की पुष्टि कर रहे हैं। देश जानना चाहता है कि अगर चीन ने लद्दाख में हमारी जमीन पर कब्जा नहीं किया तो हमारे 20 सैनिकों की शहादत क्यों और कैसे हुई?
Sonia gandhi message for jawans – pic.twitter.com/EZGK7bdOAk
— pallavi ghosh (@_pallavighosh) June 26, 2020
सोनिया गांधी ने आगे कहा, ‘चीन की सेना ने लद्दाख में घुसपैठ करके कब्जा किया गया। अब मोदी सरकार हमारी जमीन को कब और कैसे वापस लेगी? क्या चीन द्वारा गलवान घाटी में नए निर्माण कर हमारी भूभागीय अखंडता का उल्लंघन किया जा रहा है? क्या प्रधानमंत्री इस स्थिति पर देश को विश्वास में लेंगे?’