
गाजियाबाद। यूपी के गाजियाबाद में जबरन धर्मांतरण कराने के आरोप में पुलिस ने आशु, पोलस मसीह, पैस्टर रासी और छुट्टो कुमार शाह नाम के 4 लोगों को गिरफ्तार किया है। इन सभी पर आरोप है कि परिवार को ईसाई बनाने के लिए वे उन पर दबाव डाल रहे थे। गाजियाबाद पुलिस के डिप्टी कमिश्नर सुरेंद्र नाथ तिवारी ने बताया कि चारों को मोदीनगर इलाके से गिरफ्तार किया गया।
पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार आरोपियों में आशु नोएडा के सालारपुर गांव का निवासी है। पिता की मौत के बाद वो ईसाई बना था। आरोप है कि आशु ने पहले मोदीनगर के गोविंदपुरी में रहने वाले चाचा और चाची पर ईसाई बनने का दबाव डालना शुरू किया। उसके चाचा-चाची लगातार इसका विरोध करते रहे। इससे परिवार में तनाव बढ़ गया और कलह शुरू हो गई। इसके बाद आशु के चाचा अजित और चाची संगीता ने मोदीनगर थाने में भतीजे की शिकायत की। उन्होंने आरोप लगाया है कि ईसाई न बनने पर आशु ने उनको मार डालने की धमकी दी। पुलिस ने एक अन्य आरोपी पोलस मसीह का मोबाइल फोन जब्त किया है। पता लगाया जा रहा है कि धर्मांतरण कराने वाले विदेशी संगठनों से इनका कोई रिश्ता है या नहीं।
यूपी में सीएम योगी आदित्यनाथ ने जबरन धर्मांतरण के खिलाफ कानून पास करा रखा है। इसके तहत पहले भी कई जगह कार्रवाई हो चुकी है। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने भी बीते दिनों जबरन या लालच देकर धर्मांतरण कराने के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए एक शख्स को जमानत देने से इनकार कर दिया था। यूपी के कई ग्रामीण इलाकों में पहले लालच या धमकी देकर धर्मांतरण कराए जाने के मामले आ चुके हैं। अब गाजियाबाद के मोदीनगर में ये मामला सामने आया है। धर्मांतरण की ऐसी कोशिश देश में कई और जगह भी होती रही है। हिंदू संगठन लगातार आरोप लगाते हैं कि विदेशी धार्मिक संगठन धर्मांतरण कराने के लिए वित्तीय मदद देते हैं।