Ghaziabad: मशहूर होने के लिए डॉक्टर ने बताया अपनी जान को खतरा, कहा- मिली है ‘सिर तन से जुदा” करने की धमकी, फिर….

सच्चाई तो ये है कि उसे किसी ने भी इस तरह की धमकी नहीं दी थी, बल्कि उसने पूरे मामले में फर्जी शिकायत दर्ज कराई थी। अब पुलिस आरोपी डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई का सिलसिला शुरू कर चुका है। पुलिस के मुताबिक, डॉक्टर यह सबकुछ लोकप्रियता हासिल करने के लिए किया था, लेकिन पुलिस जांच के दौरान वो खुद के ही बुने जाल में फंस गया। आइए, अब आपको पूरा माजरा विस्तार से बताते हैं।

सचिन कुमार Written by: September 18, 2022 5:46 pm

नई दिल्ली। गाजियाबाद से एक बेहद ही हैरान करने वाला मामला सामने आया है। दरअसल, एक डॉक्टर ने महज लोकप्रियता हासिल करने के लिए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि उसे किसी अज्ञात शख्स ने वाट्सएप पर कॉल कर ‘सिर तन से जुदा’ करने की धमकी दी है। लिहाजा, मामले की गंभीरता के मद्देनजर पुलिस ने शिकायत दर्ज कर जांच का सिलसिला शुरू किया तो डॉक्टर की ही पोल खुल गई। दरअसल, पुलिस जांच के दौरान पता लगा कि डॉक्टर ने पुलिस में फर्जी शिकायत दर्ज कराई थी। सच्चाई तो ये है कि उसे किसी ने भी इस तरह की धमकी नहीं दी थी, बल्कि उसने खुद फर्जी शिकायत दर्ज कराई थी। अब पुलिस डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर चुकी है। वहीं, पुलिस के मुताबिक, डॉक्टर ने यह सबकुछ लोकप्रियता हासिल करने के लिए किया था, लेकिन पुलिस जांच के दौरान वो खुद के ही बुने जाल में फंस गया। आइए, अब आपको पूरा माजरा विस्तार से बताते हैं।

बता दें कि पुलिस को दर्ज कराई अपनी शिकायत में डॉक्टर ने कहा कि उसे किसी अज्ञात शख्स ने वाट्सएप पर फोन किया था, जिसे वो किसी कारणवश उठा नहीं पाया था। इसके बाद जब उसने दोबारा फोन किया था, तो कथित तौर पर उसने धमकी भरे लहजे में कहा कि गुस्ताख ए नबी की एक ही सजा…सिर तन से जुदा … सिर तन से जुदा….डॉक्टर के बताया कि वो पिछले 24 सालों से धर्मांथ क्लीनिक में प्रैक्टिस कर रहा है। इसके साथ ही कई हिंदू संगठनों से भी जुड़ा हुआ और कई हिंदूवादी गतिविधियों में सभी सक्रिय रहता है। लेकिन, इस बीच जब पुलिस जांच की कड़ी लगातार लंबी चलती गई, तो डॉक्टर खुद ही अपने बुने जाल में फंस गया और उसके झूठ का पर्दाफाश हो गया। जिसके बाद डॉक्टर ने खुद इस बात को कबूल किया कि उसने यह सबकुछ लोकप्रियता हासिल करने के लिए किया था।

गौरतलब है कि बीते दिनों बीजेपी नेत्री नूपुर शर्मा ने एक टीवी डिबेट के दौरान पैगंबर मोहम्मद के संदर्भ में विवादास्पद टिप्पणी कर दी थी, जिसके बाद पार्टी ने उन्हें निलंबित कर दिया था, लेकिन अपने बयान की वजह से नूपुर को आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था। इस बीच कई लोग नूपुर के बयान के समर्थन में उतर आए थें, लेकिन जिन लोगों ने भी उनके बयान क समर्थन किया। उन्हें अपनी जान गंवानी पड़ी थी। इस बीच हर मामले में एक बात सामान्य दिखी कि सभी को जान से मारने से पहले एक मैसेज जरूर जाता था कि गुस्ताख ए नबी की एक ही सजा…सिर तन से जुदा… सिर तन से जुदा…।