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Ghulam Nabi: बीजेपी में शामिल होने को लेकर गुलाम नबी आजाद ने तोड़ी चुप्पी और कही ये बात

आजाद ने कहा कि मुझे ऐसे कयासों से नफरत है। कांग्रेस के बारे में उन्होंने कहा कि वो अपने कॉलेज के दिनों से इस पार्टी में रहे हैं। वो कभी बीजेपी में शामिल नहीं होंगे। उन्होंने कहा कि मैं कश्मीर में होने वाले चुनाव के लिए अपनी पार्टी तैयार करूंगा। गुलाम नबी ने कांग्रेस के नए नेताओं को चापलूस बताया और कहा कि वरिष्ठ नेताओं का अनुभव राहुल गांधी के लिए कोई मायने नहीं रखता।

नई दिल्ली। कांग्रेस आलाकमान और खासकर राहुल गांधी पर निशाना साधकर पार्टी छोड़ने वाले गुलाम नबी आजाद ने उन कयासों को गलत बताया है कि वो अब बीजेपी में जाएंगे। गुलाम नबी ने अंग्रेजी अखबार ‘डेक्कन हेराल्ड’ से कहा कि वो बीजेपी में शामिल नहीं होंगे। आजाद ने कहा कि बीजेपी में शामिल होने का उनका इरादा न था और न है। उन्होंने कहा कि खुद अपनी पार्टी बनाएंगे और जम्मू-कश्मीर विधानसभा के लिए होने वाले चुनाव में उतरेंगे। अखबार से गुलाम नबी ने कहा कि बीजेपी में शामिल होने के कयास मूर्खतापूर्ण विचार हैं। उन्होंने कहा कि एक कश्मीरी बीजेपी में कैसे शामिल हो सकता है?

Ghulam Nabi Azad

आजाद ने कहा कि मुझे ऐसे कयासों से नफरत है। कांग्रेस के बारे में उन्होंने कहा कि वो अपने कॉलेज के दिनों से इस पार्टी में रहे हैं। वो कभी बीजेपी में शामिल नहीं होंगे। उन्होंने कहा कि मैं कश्मीर में होने वाले चुनाव के लिए अपनी पार्टी तैयार करूंगा। गुलाम नबी ने कांग्रेस के नए नेताओं को चापलूस बताया और कहा कि वरिष्ठ नेताओं का अनुभव राहुल गांधी के लिए कोई मायने नहीं रखता। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को ‘भारत जोड़ो’ की जगह ‘कांग्रेस जोड़ो’ अभियान चलाने की जरूरत है। गुलाम नबी बोले कि नया अध्यक्ष भी गांधी परिवार की कठपुतली ही होगा। बता दें कि कांग्रेस का नया अध्यक्ष 19 अक्टूबर को चुना जाना है।

Sonia and ghulam nabi azad

गुलाम नबी ने पिछले दिनों कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था। अपने 5 पन्ने के इस्तीफे में उन्होंने राहुल गांधी पर निशाना साधा था। आजाद ने लिखा था कि राहुल गांधी जब दुर्भाग्य से राजनीति में आए और पार्टी के उपाध्यक्ष बने, तो उन्होंने वरिष्ठ नेताओं को किनारे कर अपने करीब अनुभवहीन लोगों को रख लिया। आजाद ने ये भी लिखा था कि ऐसा लगता है कि कांग्रेस में राहुल गांधी के सुरक्षाकर्मी और पर्सनल स्टाफ ही सारे फैसले ले रहे हैं। उन्होंने ये भी लिखा था कि राहुल कांग्रेस के कामकाज के पुराने तरीके और सलाहकार तंत्र को पूरी तरह खत्म कर दिया।