Coronavirus: कोरोना के कहर के बीच अच्छी खबर!, न्यू कैंब्रिज ट्रैकर ने बताया भारत में 23 मई तक कोविड मामलों में आएगी कमी

Coronavirus: भारत में एक नया सीजेबीएस कोविड-19 ट्रैकर, कैम्ब्रिज जज बिजनेस स्कूल और भारत में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इकोनॉमिक एंड सोशल रिसर्च द्वारा भारत में हेल्थ सिस्टम ट्रांसफॉर्मेशन प्लेटफॉर्म के साथ काम करके विकसित किया गया है। ये हाल ही में विकसित मॉडल के आधार पर महामारी के प्रक्षेपवक्र के पूवार्नुमान प्रदान करता है।

आईएएनएस Written by: May 13, 2021 6:47 pm
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नई दिल्ली। कैंब्रिज जज बिजनेस स्कूल के एक नए ट्रैकर ने अनुमान लगाया है कि भारत में नए कोविड मामलों की संख्या चरम पर है और दो सप्ताह के पूवार्नुमान की अवधि में 23 मई तक गिरावट का रुख देखा जाएगा। ट्रैकर ने कहा कि लेकिन राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के बीच संक्रमण को लेकर पर्याप्त अंतर है। उसके मुताबिक असम, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, ओडिशा, पुदुचेरी, पंजाब, तमिलनाडु और त्रिपुरा में अगले दो सप्ताह में कोरोना मामलों में वृद्धि जारी रहेगी।

भारत में एक नया सीजेबीएस कोविड-19 ट्रैकर, कैम्ब्रिज जज बिजनेस स्कूल और भारत में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इकोनॉमिक एंड सोशल रिसर्च द्वारा भारत में हेल्थ सिस्टम ट्रांसफॉर्मेशन प्लेटफॉर्म के साथ काम करके विकसित किया गया है। ये हाल ही में विकसित मॉडल के आधार पर महामारी के प्रक्षेपवक्र के पूवार्नुमान प्रदान करता है।

ये पूवार्नुमान एक संरचनात्मक समय श्रृंखला मॉडल पर आधारित होते हैं जो अनुमान में ऐतिहासिक डेटा का उपयोग करते हैं, लेकिन सबसे हाल की अवधि में उभरती प्रवृत्ति के लिए अनुकूल है। मॉडल को एंड्रयू हार्वे द्वारा एक हार्वर्ड डेटा साइंस रिव्यू में एक पेपर में वर्णित किया गया है, कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के अर्थशास्त्र के संकाय में इकोनोमेट्रिक्स के एमेरिटस प्रोफेसर, और कैम्ब्रिज न्यायाधीश बिजनेस स्कूल में अर्थशास्त्र में रीडर पॉल कट्टुमन, कहते हैं टाइम सीरीज मॉडल आधारित पूवार्नुमान कोरोनोवायरस के लिए अनुप्रयोगों के साथ बढ़ता- घटता है ।

राहत भरी खबर!, अगले हफ्ते बाजार में आएगी रूस की कोरोना वैक्सीन स्पूतनिक

देश में कोरोनावायरस की दूसरी लहर ने कोहराम मचा रखा है। इस सब के बीच तेजी से देश में चीकाकरण भी जारी है। दुनिया के सभी देशों से ज्यादा टीकाकरण अभी तक भारत में हो चुका है। लेकिन फिर भी इतनी बड़ी आबादी को टीका लगाने के लिए सरकार की तरफ से अन्य कोशिशों पर भी विचार किया जा रहा है। देश में फिलहाल दो टीके लोगों के लिए उपलब्ध हैं अब सरकार रूस की वैक्सीन स्पूतनिक-वी को भी देश को लोगों को देने का विचार कर चुकी है। सरकार इसके अलावा कई और विदेशी टीकों को भी देश में लाने पर विचार कर रही है। इसको लेकर सरकार ने फैसला लिया है और अब विदेश से भी कोरोना वैक्‍सीन मंगाई जा रही है। इस बीच नीति आयोग ने गुरुवार को जानकारी दी है कि रूस की कोरोना वैक्‍सीन स्‍पूतनिक भारत आ रही है। नीति आयोग के सदस्‍य डॉ. वीके पॉल ने कहा, ‘मुझे यह कहने में खुशी हो रही है कि हम आशांवित हैं कि अगले हफ्ते से यह बाजार में उपलब्‍ध होगी।’

डॉ. वीके पॉल ने कहा कि हम रूस से आई हुई तय मात्रा में स्‍पूतनिक वैक्‍सीन की बिक्री के अगले हफ्ते से शुरू होने की आशा करते हैं। उन्‍होंने कहा कि आगे भी सप्‍लाई को लेकर प्रयास जारी रहेंगे। स्‍पूतनिक वैक्‍सीन का उत्‍पादन जुलाई से शुरू होगा। ऐसा आकलन है कि उस समय वैक्‍सीन की 15.6 करोड़ डोज बनाई जाएंगी। टीकाकरण पर बड़ा अपडेट देते हुए डॉ. पॉल ने कहा कि कुल मिलाकर भारत में भारतीयों के लिए अगस्त-दिसंबर के बीच टीकों की 216 करोड़ खुराकें निर्मित होंगी।

उन्होंने कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं होना चाहिए कि जैसे ही हम आगे बढ़ते हैं वैक्सीन सभी के लिए उपलब्ध होगी। एफडीए, डब्ल्यूएचओ द्वारा अप्रूव कोई भी टीका भारत आ सकता है। आयात लाइसेंस 1-2 दिनों के भीतर दिया जाएगा। कोई आयात लाइसेंस लंबित नहीं है।

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