नई दिल्ली। गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने गांधीनगर से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से वर्मोरा समूह के दो नए संयंत्रों की भूमिपूजन किया। रूपाणी ने कहा कि, यह जरूरी है कि सिरेमिक उद्योग कम लागत के उत्पादन के साथ विश्व बाजार में प्रतिस्पर्धा करने में सक्षम हो और अधिक निर्यात के माध्यम से अधिक आत्मनिर्भर बने। राज्य सरकार मोरबी के सिरेमिक उद्योग के लिए अवसंरचना विकास सहित सुविधाओं को विकसित करने और कम लागत के उत्पादन के लिए आवश्यक सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
विजय रूपाणी ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा सिरेमिक उद्योगों के लिए सीएनजी गैस की कीमत में रु 4 की कमी की गई है। इस मौके पर विजय रूपाणी ने कहा कि आज का युग प्रतिस्पर्धा का युग है। जैसे-जैसे दुनिया Google के कारण छोटी होती जा रही है, वैसे-वैसे दुनिया के साथ तालमेल बनाए रखने के लिए समय के साथ बदलाव भी आवश्यक है।
सिरेमिक उद्योग ने अपने दम पर नई तकनीकों को विकसित करके अपने व्यवसाय का विस्तार किया है। मोरबी के सिरेमिक उद्योग, विशेष रूप से दुनिया के सिरेमिक बाजार में अपने लिए एक नाम बना चुका है।
CM Shri @vijayrupanibjp today digitally laid foundation stone of two new plants of Varmora Group and called upon the ceramic industry to compete in the world market with low cost quality products and realize the goal of #AtmanirbharBharat as envisaged by PM Shri @narendramodi. pic.twitter.com/4rER1ryiQ6
— CMO Gujarat (@CMOGuj) October 27, 2020
विजय रूपाणी ने कहा कि सौराष्ट्र और मोरबी की एमएसएमई इकाइयां पूरी तरह से सिरेमिक उद्योगों पर आत्मनिर्भर हैं। इतना ही नहीं, यह कई लोगों को रोजगार भी प्रदान करता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि क्षेत्र के उद्योग तेल मिल, सनमिका जैसे औद्योगिक क्षेत्र से समय पर परिवर्तन के साथ आगे बढ़े हैं और अब सिरेमिक उद्योग में विश्व प्रसिद्धि प्राप्त की है।