Gyanvapi Row: ज्ञानवापी मस्जिद मामले में आज 2 और केस पर सुनवाई, पूर्व महंत ने कारसेवा का किया एलान

यूपी के वाराणसी स्थित ज्ञानवापी मस्जिद के मामले में दो केस पर आज सुनवाई होनी है। एक केस परिसर में शिवलिंग पर वजू करने से धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचने का है। दूसरा केस ज्ञानवापी में पूजा की मंजूरी देने की मांग का है। इस बीच, श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के पूर्व महंत डॉ. कुलपति तिवारी ने ज्ञानवापी मस्जिद के लिए कारसेवा करने की घोषणा भी कर दी है।

Avatar Written by: June 6, 2022 6:32 am
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वाराणसी। यूपी के वाराणसी स्थित ज्ञानवापी मस्जिद के मामले में दो केस पर आज सुनवाई होनी है। एक केस परिसर में शिवलिंग पर वजू करने से धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचने का है। दूसरा केस ज्ञानवापी में पूजा की मंजूरी देने की मांग का है। इस बीच, श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के पूर्व महंत डॉ. कुलपति तिवारी ने ज्ञानवापी मस्जिद के लिए कारसेवा करने की घोषणा भी कर दी है। स्पेशल चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट के कोर्ट में हिंदुओं की धार्मिक भावना आहत करने का केस सुना जाएगा। इसमें अंजुमन इंतजामिया मसाजिद कमेटी के संयुक्त सचिव समेत सैकड़ों अज्ञात लोगों को पार्टी बनाया गया है।

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दूसरा केस स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद की ओर से दाखिल किया गया है। जिला जज के कोर्ट में स्वामी ने जो केस दाखिल किया है, उसमें आदि विश्वेश्वर की पूजा, राग-भोग की मंजूरी देने की मांग है। जिला जज के कोर्ट में छुट्टी के कारण इसकी सुनवाई वेकेशन जज के यहां होगी। स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कोर्ट से कहा है कि प्रतिवादियों यानी मुस्लिम पक्ष ने आदि विश्वेश्वर के पूजन-अर्चन, राग-भोग पर रोक लगा दी है। इसे तुरंत शुरू करने और दिन में कम से कम एक बार करने की मंजूरी दी जाए। माना जा रहा है कि इस अर्जी पर प्रारंभिक सुनवाई के बाद इसकी पोषणीयता पर फैसला होगा।

Varanasi Gyanvapi Case

उधर, ज्ञानवापी मस्जिद के लिए कारसेवा का एलान करते हुए काशी विश्वनाथ मंदिर के पूर्व महंत डॉ. कुलपति तिवारी ने कहा कि वो ज्ञानवापी मस्जिद के वजूखाने में मिले शिवलिंग को ही आदि विश्वेश्वर मानते हुए तुरंत पूजा के लिए कारसेवा करेंगे। उन्होंने कहा कि शिव कारसेवा 15 जून के बाद कभी भी शुरू हो जाएगी। इसमें सभी मंदिरों के महंत और तीर्थ पुरोहितों को शामिल होने का न्योता भेजा जाएगा। कारसेवा में मिर्जापुर के तीर्थ पुरोहित और प्रमुख मंदिरों के महंत भी बुलाए जाएंगे। उन्होंने साफ किया कि कारसेवा अस्सी से आदिकेशव घाट तक होगी। लोग ज्ञानवापी परिसर में नहीं जाएंगे, ताकि कोर्ट की अवमानना न हो।

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