नई दिल्ली। नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने भारत में स्थित अयोध्या पर सोमवार को विवादित बयान दिया। एक तरफ जहां नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली अपनी कुर्सी बचाने के लिए लगातार तिकड़मबाजी करने में लगे हुए हैं, तो वहीं दूसरी तरफ वह भारत के खिलाफ भी खूब बयानबाजी कर रहे हैं।
ओली ने कहा कि भारत ने सांस्कृतिक अतिक्रमण के लिए नकली अयोध्या का निर्माण किया है, जबकि असली अयोध्या नेपाल में है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भगवान राम नेपाली हैं, ना कि भारतीय। ओली ने कहा कि भारत ने ‘नकली अयोध्या’ खड़ा कर नेपाल की सांस्कृतिक तथ्यों का अतिक्रमण किया। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या भारत के उत्तर प्रदेश में नहीं बल्कि नेपाल के बाल्मिकी आश्रम के पास है।
इसी कड़ी में प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने एक बार फिर भारत को लेकर बेतुका और विवादित बयान दिया है। वहीं अब पीएम ओली के बयान पर हनुमान गढ़ी महंत राजूदास ने पलटवार किया है। इस पर हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास ने कहा कि नेपाल सदैव सनातन धर्म को मानने वाला हिंदू राष्ट्र रहा है। लेकिन नेपाल जबसे वामपंथियों के कुचक्र में आया है उसकी बुद्धि भ्रष्ट हो गई है।
#RealAyodhya in Nepal, Lord Ram is not Indian: #Nepal PM Oli’s remark raises hackles pic.twitter.com/V21wQmEcpl
— Newsroom Post (@NewsroomPostCom) July 14, 2020
हनुमानगढ़ी के महंत ने नेपाल के प्रधानमंत्री से माफी मांगने के लिए कहा है. साथ ही भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की है कि नेपाल के प्रधानमंत्री ओली से कहें कि वह माफी मांगे। इसका साधु-संतों और हिंदू जनमानस में बुरा प्रभाव पड़ रहा है। यह हमारे आराध्य का अपमान है। नेपाल वैसे ही गर्त में जा रहा है और मुझे लगता है कि नेपाल के प्रधानमंत्री को इस्तीफा देना पड़ेगा।