नई दिल्ली। कांग्रेस नेता हार्दिक पटेल को राजद्रोह के एक मामले 24 जनवरी तक के न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। हार्दिक पटेल को विरमगांव के पास हासलपूर से शनिवार को गिरफ्तार किया गया। अदालत ने हार्दिक के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया था और 24 जनवरी को हाजिर होने को कहा था। हालांकि उनको पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया है।
प्रियंका गांधी ने साधा भाजपा सरकार पर निशाना
युवाओं के रोजगार और किसानों के हक की लड़ाई लड़ने वाले युवा हार्दिक पटेल जी को भाजपा बार-बार परेशान कर रही है। हार्दिक ने अपने समाज के लोगों की आवाज उठाई, उनके लिए नौकरियां मांगी, छात्रवृत्ति मांगी। किसान आंदोलन किया।
भाजपा इसको “देशद्रोह” बोल रही है।https://t.co/DcmiAvMrAh
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) January 19, 2020
हार्दिक की गिरफ्तारी पर कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने बीजेपी सरकार पर निशाना साधा। प्रियंका गांधी ने रविवार को कहा, ‘युवाओं के रोजगार और किसानों के हक की लड़ाई लड़ने वाले युवा हार्दिक पटेल जी को बीजेपी बार-बार परेशान कर रही है। हार्दिक ने अपने समाज के लोगों की आवाज उठाई, उनके लिए नौकरियां मांगी, छात्रवृत्ति मांगी। किसान आंदोलन किया. बीजेपी इसको देशद्रोह बोल रही है।’
सहायक पुलिस आयुक्त ने बताया
बता दें कि हार्दिक की गिरफ्तारी को लेकर सहायक पुलिस आयुक्त राजदीप झाला ने बताया कि, “हार्दिक को अहमदाबाद जिले के वीरमगाम तालुका, जो उनका गृह क्षेत्र भी हैं, के हांसलपुर चौराहे के पास से पकड़ा गया। उन्हें आज रात क्राइम ब्रांच की लॉक अप में रखा जाएगा और 19 जनवरी को छुट्टी का दिन होने के कारण जज के आवास पर पेश किया जाएगा।” उल्लेखनीय है कि अदालत ने सुनवाई के दौरान बार-बार अनुपस्थिति के कारण वारंट जारी किया था।
पूरा मामला
5 अगस्त 2015 को अहमदाबाद के जीएमडीसी मैदान में हुई विशाल पाटीदार आरक्षण समर्थक रैली के बाद हुए राज्यव्यापी तोड़फोड़ और हिंसा को लेकर यहां क्राइम ब्रांच ने उसी साल अक्टूबर में दर्ज किया था। इसमें कई सरकारी बसें, पुलिस चौकियां और अन्य सरकारी संपत्ति में आगजनी की गई थी तथा इस दौरान एक पुलिसकर्मी समेत लगभग दर्जन भर लोग मारे गए थे जिनमें कई पुलिस फायरिंग के चलते मरे थे। पुलिस ने आरोप पत्र में हार्दिक और उनके सहयोगियों पर चुनी हुई सरकार को गिराने के लिए हिंसा फैलाने का षडयंत्र करने का आरोप लगाया था।