नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के हाथरस (Hathras) में दलित लड़की के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म और हत्या के बाद देशभर में आक्रोश का माहौल देखने को मिल रहा है। एक ओर जहां आरोपियों को फांसी देने की मांग की जा रही है तो वहीं इस पूरे मामले में पुलिस प्रशासन पर भी सवाल उठ रहे हैं। इस बीच पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा की वरिष्ठ नेता उमा भारती (Uma Bharti) की प्रतिक्रिया सामने आई है। उमा भारती ने हाथरस केस को लेकर यूपी सरकार पर सवाल उठाया है। उमा भारती ने शुक्रवार को एक के बाद एक कई ट्वीट किए है।
उमा भारती ने ट्वीट करते हुए कहा,’ मैंने हाथरस की घटना के बारे में देखा। पहले तो मुझे लगा की मै ना बोलूं क्योंकि आप इस सम्बंध में ठीक ही कार्यवाही कर रहे होंगे। किन्तु जिस प्रकार से पुलिस ने गाव की एवं पीड़ित परिवार की घेराबंदी की है उसके कितने भी तर्क हो लेकिन इससे विभिन्न आशंकाये जन्मती है। उन्होंने कहा कि वह एक दलित परिवार की बिटिया थी। बड़ी जल्दबाज़ी में पुलिस ने उसकी अंत्येष्टि की और अब परिवार एवं गाव की पुलिस के द्वारा घेराबंदी कर दी गयी है। मेरी जानकारी में ऐसा कोई नियम नही है की एसआईटी जांच में परिवार किसी से मिल भी ना पाये। इससे तो एसाईटी की जांच ही संदेह के दायरे में आ जायेगी।
वह एक दलित परिवार की बिटिया थी । बड़ी जल्दबाज़ी में पुलिस ने उसकी अंत्येष्टि की और अब परिवार एवं गाव की पुलिस के द्वारा घेराबंदी कर दी गयी है ।
— Uma Bharti (@umasribharti) October 2, 2020
उन्होंने कहा,’हमने अभी राम मंदिर का शिलान्यास किया है तथा आगे देश में रामराज्य लाने का दावा किया है किन्तु इस घटना पर पुलिस की संदेहपूर्ण कार्यवाही से यूपी सरकार और बीजेपी की छवि पे आंच आयी है।’
५)हमने अभी राम मंदिर का शिलान्यास किया है तथा आगे देश में रामराज्य लाने क़ा दावा किया है किन्तु इस घटना पर पुलिस की संदेहपूर्ण कार्यवाही से आपकी, @UPGovt की , तथा @BJP4India की छवि पे आँच आयी है ।
— Uma Bharti (@umasribharti) October 2, 2020
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने आगे सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) से अपील करते हुए कहा,’आप एक बहुत ही साफ़ सुधरी छवि के शासक है। मेरा आपसे अनुरोध है कि आप मीडियाकर्मियों को एवं अन्य राजनीतिक दलों के लोगों को पीड़ित परिवार से मिलने दीजिये।’
६)आप एक बहुत ही साफ़ सुधरी छवि के शासक है । मेरा आपसे अनुरोध है कि आप मीडियाकर्मियों को एवं अन्य राजनीतिक दलो के लोगों को पीड़ित परिवार से मिलने दीजिये ।
— Uma Bharti (@umasribharti) October 2, 2020