newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Hathras Case : ‘फर्जी भाभी’ ने फेसबुक पर ‘जाति’ को लेकर उगला जहर, पोस्ट हुई वायरल

Hathras Case : जब इस महिला(Fake Bhabhi) की पोल खुली तो इस महिला ने कहा, मैंने कभी नहीं कहा कि, मैं इस महिला की रिश्तेदार हूं। फिलहाल पोल खुलने के बाद अब इस महिला की फेसबुक पोस्ट वायरल(Facebook Post Viral) हो रही है जिसमें जाति संबंधित बातें लिखी गई है।

नई दिल्ली। यूपी के हाथरस मामले में नकली भाभी को लेकर खुलासा होने के बाद अब उक्त फर्जी भाभी के नाम से एक फेसबुक पोस्ट भी वायरल हो रही है जिसमें जाति को लेकर जहरीली बातें लिखी हुई हैं। बता दें कि हाथरस मामले की जब सघन जांच हुई तो पता चला कि पीड़िता के परिवार के साथ कई दिनों से एक महिला रह रही थी जो जबलपुर रहने वाली है और वो एक एक्टिविस्ट है। महिला का नाम राजकुमारी बंसल है, जो मीडिया को इंटरव्यू दे रही थी। ये महिला कभी खुद को पीड़िता की भाभी तो कभी पीड़िता की बहन बता रही थी। ऐसे में जब इस महिला की पोल खुली तो इस महिला ने कहा, मैंने कभी नहीं कहा कि, मैं इस महिला की रिश्तेदार हूं। फिलहाल पोल खुलने के बाद अब इस महिला की फेसबुक पोस्ट वायरल हो रही है जिसमें जाति संबंधित बातें लिखी गई है।

Nakali Bhabhi Hathras

बता दें कि ‘फर्जी भाभी’ राजकुमारी बंसल पर यह खुलासा होने के कुछ दिन बाद अब उसका एक फेसबुक पोस्ट वायरल (Facebook post went viral) हो रहा है। हालांकि ये साफ नहीं है कि ये पोस्ट असली है या इसके साथ छेड़छाड़ की गई है। लेकिन पोस्ट में भड़काऊ बातें लिखी गई हैं। वायरल पोस्ट में लिखा है, “अपनी जाति का अहंकार, अपनी जाति में ही सिमित रखो, वरना तुम्हारे गर्म खून पर हमारा सदियों का खौलता खून भारी पड़ जाएगा।”

Rajkumari bansal Hathras post

SIT की जांच में सामने आया था कि 16 सितंबर से लेकर 22 सितंबर तक पीड़िता के घर में रहकर महिला एक्टिविस्ट बड़ी साजिश रच रही थी। घटना के 2 दिन बाद से ही संदिग्ध महिला एक्टिविस्ट पीड़िता के गांव पहुंच गई थी। आरोप है कि पीड़िता के ही घर में रहकर वह परिवार के लोगों को कथित रूप से भड़का रही थी।

‘फर्जी भाभी’ उर्फ राजकुमारी बंसल पर जबलपुर मेडिकल कॉलेज (Jabalpur Medical College) सख्ती से पेश आ सकता है। सूचना है कि जबलपुर मेडिकल कॉलेज, राजकुमारी बंसल को नोटिस जारी कर जवाब मांग सकता है। हालांकि, बंसल ने शनिवार को कहा था कि वह इंसानियत के नाते हाथरस पहुंची थी और पीड़िता के परिवार की मदद करना उसका उद्देश्य था।