लॉकडाउन में धुल गया प्रदूषण, 35 फ़ीसदी साफ हो गई गंगा, जालंधर से दिखा हिमालय
लॉकडाउन में प्रदूषण तेजी से खत्म हो रहा है। सार्वजनिक परिवहन और उद्योग धंधों पर ब्रेक लगा है। लोग बाहर नहीं हैं। इससे गंगा का जल भी 35 प्रतिशत तक साफ हो गया है। प्रदूषण में भारी कमी आयी है। हवा साफ होने के कारण जालंधर से हिमालय की चोटियां नजर आने लगी हैं।
नई दिल्ली। लॉकडाउन में प्रदूषण तेजी से खत्म हो रहा है। सार्वजनिक परिवहन और उद्योग धंधों पर ब्रेक लगा है। लोग बाहर नहीं हैं। इससे गंगा का जल भी 35 प्रतिशत तक साफ हो गया है। प्रदूषण में भारी कमी आयी है। हवा साफ होने के कारण जालंधर से हिमालय की चोटियां नजर आने लगी हैं।
जालंधर से आई तस्वीरों ने सभी को उत्साहित कर दिया है। कंक्रीट के जंगलों के बीच हिमालय के बर्फीले पहाड़ दिखने लगे हैं। यह धौलाधार रेंज है। इस बीच वाराणसी में गंगा जल की गुणवत्ता में भी काफी सुधार हुआ है। केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक, गंगा जल में फिक्कल कोलीफार्म की मात्रा प्रति 100 एमएल 15 हजार से घटकर 11 हजार हो गयी है, जबकि पीएच 3.5 से अधिक हो गया है।
गंगा में ऑक्सीजन का प्रतिशत भी सुधरा है। गंगा जल में घुले ऑक्सीजन की मात्रा भी तीन एमजी तक पहुंच गयी है, जो एक महीना पहले शून्य से भी नीचे चली गयी थी। बायोकेमिकल ऑक्सीजन डिमांड (बीओडी) भी एक एमजी प्रति लीटर हो गयी है। इस बीच भूकंप विज्ञानी छोटी से छोटी भूगर्भीय हलचल का पता लगा पा रहे हैं। धरती की ये कंपन सामान्य समय में रिकॉर्ड में नहीं आते थे। इसलिए भूकंप मापन केंद्र हमेशा शहरों से बाहर स्थापित किये जाते हैं, क्योंकि कम मानवीय शोर में उन कंपनों को सुनना आसान होता है।