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जानें, कैसा है कुन्नूर में क्रैश होने वाला Mi-17V5,  26/11 हमले से लेकर पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देने में रहा इसका अहम किरदार

इस हेलिकॉप्टर की अधिकतम रफ्तार 250 किमी/घंटा है. यह 6000 मीटर की अधिकतम ऊंचाई तक उड़ान भरने में सक्षम है। एक बार ईंधन भरने के बाद यह 580 किमी. की दूरी तय करता है। हालांकि दो सहायक ईंधन टैंक भरने के बाद यह 1065 किमी की दूरी तय कर सकता है।

नई दिल्ली।  तमिलनाडु के नीलगीरी के कुन्नूर जिले में भारतीय वायुसेना का Mi-17 दुर्घटनाग्रस्त हो गया जिसमें चीफ ऑफ डिफेंस स्टास जनरल बिपिन रावत समेत 4 लोगों के सवार होने के शामिल होने की बात कही जा रही है। हादसे के बाद ही राहत एवं बचाव कार्य शुरू हो गया है। बताया जा रहा है कि हेलीकॉप्टर में 14 लोग सवार थे। अब तक चार शव बरामद किए जा चुके हैं। इस हेलीकॉप्टर में न महज जनरल बिपिन रावत, बल्कि उनकी पत्नी भी सवार थी। वहीं, इस हादसे की वजह क्या रही है। इसे लेकर कोई भी टिका टिप्पणी करना  जल्दीबाजी हो सकती है।  आइए हम आपको उस हेलीकॉप्टर के बारे में बताए चलते हैं जो हादसे का शिकार हुआ है।

जानें, इस हेलीकॉप्टर की खासियत

इस हेलिकॉप्टर की अधिकतम रफ्तार 250 किमी/घंटा है. यह 6000 मीटर की अधिकतम ऊंचाई तक उड़ान भरने में सक्षम है। एक बार ईंधन भरने के बाद यह 580 किमी. की दूरी तय करता है। हालांकि दो सहायक ईंधन टैंक भरने के बाद यह 1065 किमी की दूरी तय कर सकता है। हालांकि दो सहायक ईंधन टैंक भरने के बाद यह 1065 किमी की दूरी तय कर सकता है। इस हेलीकॉप्टर की सबसे खास बात यह है कि इसमें एक साथ 36 आर्म्ड फोर्स को एक साथ ले जाया जा सकता है।

कई घातक हथियारों से लैस है ये हेलीकॉप्टर

बता दें कि ये हेलीकॉप्टर कई घातक हथियारों से लैस है। यह  शतर्म-5 मिसाइल्स, S-8 रॉकेट, एक 23 मिमी मशीन गन, पीकेटी मशीन गन्स के साथ-साथ इसमें 8 फायरिंग पोस्ट्स भी हैं. इन पोस्ट्स से हथियारों को लक्ष्य तक भेदने में इस्तेमाल किया जा सकता है।

26/11 में भी हुआ था इसका इस्तेमाल

इसके अलावा इस हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल 26/11 हमले के दौरान किया गया था। बता दें कि 2008 में मुंबई आतंकी हमले के दौरान भी इस हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल आतंकियों का मुकाबला करने के लिए किया गया था। 2016 में सर्जिकल स्ट्राइक के दौरान भी इसका इस्तेमाल किया गया था।