नई दिल्ली। बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले लालू यादव की पार्टी को झटके पर झटके लग रहे हैं। बता दें कि नीतीश कुमार की पार्टी जदयू में आज लालू यादव की पार्टी RJD के तीन विधायक शामिल होंगे। बिहार चुनाव से पहले विधायकों का पार्टी बदलना चुनाव के नतीजों पर असर भी डाल सकता है। लालू यादव की पार्टी से विधायकों का नीतीश के खेमें में जाना RJD के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है।
बता दें कि गुरुवार को राजद के तीन विधायक (RJD MLA) जेडीयू में शामिल हो रहे हैं। तीन दिनों के भीतर यह दूसरा मौका है जब एक बार फिर से जेडीयू (JDU) ने राजद खेमे में बड़ी सेंध लगाते हुए 3 विधायकों को अपने पाले में किया है। गौरतलब है कि राजद के जो तीन विधायक जेडीयू में शामिल हो रहे हैं उनमें सबसे बड़ा नाम लालू के समधी और तेजप्रताप यादव के ससुर चंद्रिका राय का है। उनके अलावा अलावा पूर्व केंद्रीय मंत्री अली अशरफ फातमी के बेटे फराज फातमी और पालीगंज विधानसभा सीट से पहली बार विधायक बने राजद के जयवर्धन यादव भी जेडीयू में शामिल हो रहे हैं।
जयवर्धन यादव की राजनीति में पहचान राजद के विधायक से अधिक कांग्रेस के दिग्गज नेता स्व राम लखन सिंह यादव के पोते के तौर पर होती है। वो साल 2015 के विधानसभा चुनाव में आरजेडी के टिकट पर जीतकर पहली बार पालीगंज इलाके से विधायक बने थे। दूसरी तरफ लालू के समधी चंद्रिका राय छपरा के परसा विधानसभा सीट से विधायक हैं और उन्होंने फरवरी में ही आरजेडी छोड़ दी थी। वो तेजप्रताप यादव के ससुर हैं।
तेजप्रताप यादव और उनकी पत्नी ऐश्वर्या राय के बीच रिश्ते बेहद खराब हो गए हैं और मामला तलाक लेने तक पहुंच गया है। तलाक का केस फिलहाल कोर्ट में लंबित है। इसी दौरान ऐश्वर्या राय ने लालू परिवार पर प्रताड़ना का भी आरोप लगाया था जिसके बाद चंद्रिका राय ने आरजेडी छोड़ दी थी। जेडीयू के प्रदेश कार्यालय में राजद के तीनों विधायक पार्टी की सदस्यता ग्रहण करेंगे. इससे पहले भी जेडीयू में राजद के तीन विधायक जिनमें प्रेमा चौधरी और अशोक कुशवाहा भी शामिल हैं जा चुके हैं, दूसरी तरफ राजद में जेडीयू के दलित चेहरे और बिहार के पूर्व मंत्री श्याम रजक की वापसी हुई है।