लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधान सभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित (Hriday Narayan Dixit) ने 18 फरवरी, 2021 से प्रारम्भ हो रहे विधान सभा सत्र के सुचारु संचालन के लिए सभी दलों से सहयोग प्रदान करने का अनुरोध किया है। विधान भवन में आहूत एक सर्वदलीय बैठक में उन्होंने कहा कि तार्किक, तथ्यपरक एवं गुणवत्तापूर्ण संवाद से जनसमस्याओं का सार्थक समाधान किया जा सकता है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री तथा नेता सदन योगी आदित्यनाथ ने सत्र के सुचारु संचालन में सत्ता पक्ष के पूरे सहयोग का आश्वासन दिया।
इस दौरान सीएम योगी ने कहा कि सदन की कार्यवाही बाधित करने से नहीं, बल्कि सदन में प्रभावी और तर्कसंगत चर्चा से समाधान निकलता है। सदन की उच्च गरिमा और मर्यादा को बनाए रखते हुए गम्भीर चर्चा को आगे बढ़ाने से लोकतंत्र के प्रति आमजन की आस्था बढ़ती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सदन के माननीय सदस्य जनता की प्रतिमूर्ति होते हैं। उनका आचरण समाज को प्रभावित करता है। उन्होंने कहा कि हमारे द्वारा दिया जाने वाला कोई भी सुझाव या कोई भी बात इतनी प्रभावी और महत्वपूर्ण होनी चाहिए कि वह प्रदेश और देश के लिए कल्याणकारी सिद्ध हो। ये ऐसी बाते हैं, जो लोकतंत्र को पुष्ट करती हैं। राज्य सरकार हर विषय पर चर्चा के लिए तैयार रहेगी।
विधान सभा अध्यक्ष, श्री हृदय नारायण दीक्षित जी की अध्यक्षता में आगामी सत्र संचालन के संबंध में विचार विमर्श हेतु विधान सभा, लखनऊ में सर्वदलीय बैठक आहूत की गई। बैठक में #UPCM श्री @myogiadityanath जी ने प्रतिभाग किया। pic.twitter.com/ZoRm7MS6tm
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) February 17, 2021
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश देश का एक मात्र राज्य था, जिसने कोविड-19 के दौरान भी कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए सदन चलाने का कार्य किया। उन्होंने कहा कि देश ने प्रधानमंत्री के नेतृत्व में वैश्विक महामारी कोविड-19 से लड़ाई लड़ी। संसदीय कार्य मंत्री श्री सुरेश खन्ना ने कहा कि पक्ष एवं विपक्ष के सहयोग से ही सदन को सुचारु रूप से चलाया जा सकता है।