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MP: इंजीनियर हुए फेल तो मुस्लिम शख्स ने किया कमाल, पशुपतिनाथ के मंदिर में लटका दिया 37 क्विंटल का घंटा,

MP: विशालकाय घंटे के लिए धातु का जुटाना कोई आसान काम नहीं था, लिहाजा संस्था के सदस्यों ने हर रविवार को जिलेभर में यात्रा निकालना शुरू की। 150 से ज्यादा यात्राओं के माध्यम से तांबा-पीतल जमा किया गया। उसके बाद गुजरात के अहमदाबाद की एक कंपनी को घंटा बनाने का ठेका दिया।

नई दिल्ली। धार्मिक स्थलों पर घंटे लगे होते है और उनकी ध्वनि वातावरण को धर्ममय बनाती है, मध्य प्रदेश के मंदसौर स्थित पशुपतिनाथ के मंदिर में तो विशालकाय घंटा स्थापित किया गया हैं। यह घंटा 37 क्विंटल वजनी है और इसे देश का सबसे बड़ा घंटा बताया जा रहा है। पशुपतिनाथ के मंदिर में सहस्त्र शिवलिंग मंदिर का निर्माण चल रहा है। इसी के पास यह घ्ांटा स्थापित किया गया है। यह लगभग 37 क्विंटल का है और इसे बनाने में 10 कारीगरों को छह माह से ज्यादा का वक्त लगा है।

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मंदिर परिसर में विशालकाय घंटे को लगाए जाने की कहानी है। श्रीकृष्ण कामधेनु के अध्यक्ष दिनेश नागर बताते है कि वह एक दिन मंदिर में दर्शन करने पहुंचे तो उन्हें बाहर घंटी नजर नहीं आई, जिस पर उनके मन में एक विचार आया कि क्यों न विशालकाय घंटा लगाया जाए। फिर वे जुट गए अपने विचार को पूरा करने में। इसके लिए वर्ष 2017 में अभियान चला और वह आगे बढ़ा।

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विशालकाय घंटे के लिए धातु का जुटाना कोई आसान काम नहीं था, लिहाजा संस्था के सदस्यों ने हर रविवार को जिलेभर में यात्रा निकालना शुरू की। 150 से ज्यादा यात्राओं के माध्यम से तांबा-पीतल जमा किया गया। उसके बाद गुजरात के अहमदाबाद की एक कंपनी को घंटा बनाने का ठेका दिया। इस घंटे की स्थापना में बड़ा सहयोग मुस्लिम नाहरु खान का रहा, जिसने घंटे की स्थापना में अहम भूमिका निभाई। घंटा बहुत वजनी होने के कारण इसे स्थापित करना आसान नहीं था। इस घंटे को भी पहली बार जिलाधिकारी गौतम सिंह, विधायक यशपाल सिसौदिया के साथ नाहरु खाने ने रस्सी खींच कर बजाया।