नई दिल्ली। बीते दिनों केरल के सीएम पिनराई विजयन ने राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान पर एक बड़ा आरोप लगाया था, जिसके बाद आज उनका रौद्र रूप देखने को मिला है। उन्होंने मुख्यमंत्री पिनराई विजयन को खुली चनौती दे दी है। उन्होंने मुख्यमंत्री द्वारा द्वारा लगाए गए आरोपों के बारे में कहा कि अगर वह इन आरोपों को साबित करने में सफल रहे, तो मैं अपने पद से इस्तीफा दे दूंगा, लेकिन अगर मुख्यमंत्री अपने द्वारा लगाए गए आरोपों को साबित नहीं कर पाएं, तो क्या वे अपने पद से इस्तीफा देने के लिए तैयार होंगे? बता दें कि राज्यपाल ने उक्त बयान मीडिया से मुखातिब होने के क्रम में दिया है। इस दौरान कई बार वो अपनी बात कहते हुए गुस्साते हुए भी देखे गए हैं। आइए, आगे जानते हैं कि आखिर माजरा क्या है।
CM पिनराई विजयन ने क्या आरोप लगाया था?
विदित हो कि विगत दिनों सीएम पिनराई विजयन ने राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान पर कुलपतियों के नियुक्ति में आरएसएस को वरियता देना का आरोप लगाया था। पिनराई ने आरिफ पर आरोप लगाया कि वो ना महज आरएसएस से जुड़े लोगों को प्राथमिकता दे रहे हैं, बल्कि राजनीतिक हस्तक्षेप भी कर रहे हैं। वहीं, इन आरोपों से बिफरे राज्यपाल ने सीएम को ओपन चैलेंज दे दिया है।
राज्यपाल आरिफ का CM को ओपन चैलेंज
वहीं, अब इस पूरे मामले में आरिफ ने साफ कर दिया कि अब सीएम को इन आरोपों की भारी कीमत चुकानी होगी। उन्हें अपने आरोपों को पुष्टि करने हेतु सबूत पेश करने होंगे। अगर वे ऐसा करने में सफल रहे तो मैं अपने पद से इस्तीफा दे दूंगा, अन्यथा उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना होगा। बता दें कि नियमों के मुताबिक, किसी भी राज्य के विश्वविद्यालय में कुलपति की नियुक्त राज्यपाल द्वारा की जाती है।
बीजेपी के प्रति है झुकाव
ध्यान रहे कि पिनराई विजयन किसी ना किसी मसले पर अपने बयानों से सुर्खियों में रहते हैं। कई मौकों पर वो मुख्तलिफ मसलों को लेकर केंद्र की मोदी सरकार के समर्थन में अल्फाजों की दरिया भी बहा चुके हैं।