Agneepath: नौसेना के बाद वायुसेना में भी ‘अग्निवीर’ बनने के लिए युवाओं ने दिखाया उत्साह, पिछली बार के मुकाबले 1 लाख ज्यादा ने किया आवेदन
भारतीय सेना ने पिछले महीने अग्निपथ योजना के तहत अग्निवीरों की भर्ती का एलान किया था। अग्निवीरों को 4 साल के लिए सेना के तीनों अंगों में लिया जाना है। 4 साल बाद इन अग्निवीरों में से 25 फीसदी को आगे भी रखा जाएगा। जबकि, 75 फीसदी को रिटायर किया जाएगा। रिटायरमेंट के बाद इनको करीब 12 लाख रुपए मिलेंगे। 48 लाख का बीमा भी ड्यूटी के दौरान होगा।
नई दिल्ली। भारतीय सेना की ‘अग्निपथ’ योजना के तहत अग्निवीरों की भर्ती के लिए सेना के तीनों अंगों ने आवेदन मांगे थे। पहले नौसेना की इस योजना में 3000 पदों के लिए 2 लाख से ज्यादा युवाओं ने आवेदन कर रिकॉर्ड कायम किया था। अब वायुसेना में अग्निवीरों की भर्ती के लिए भी युवाओं ने आवेदन करने में उत्साह दिखाया है। वायुसेना में मंगलवार को अग्निवीरों की भर्ती का आवेदन लेने के आखिरी दिन तक कुल 749899 युवाओं ने आवेदन किया था। इससे पहले पिछली बार 631528 युवाओं ने ही वायुसेना में भर्ती होने के लिए आवेदन किया था। इस तरह पिछली बार के मुकाबले 1 लाख ज्यादा युवाओं ने आवेदन किया है।
The online registration process conducted by #IAF towards #AgnipathRecruitmentScheme has been completed.
Compared to 6,31,528 applications in the past, which was the highest in any recruitment cycle, this time 7,49,899 applications have been received.#Agniveers pic.twitter.com/pSz6OPQF2V
— Indian Air Force (@IAF_MCC) July 5, 2022
भारतीय सेना ने पिछले महीने अग्निपथ योजना के तहत अग्निवीरों की भर्ती का एलान किया था। अग्निवीरों को 4 साल के लिए सेना के तीनों अंगों में लिया जाना है। 4 साल बाद इन अग्निवीरों में से 25 फीसदी को आगे भी रखा जाएगा। जबकि, 75 फीसदी को रिटायर किया जाएगा। रिटायरमेंट के बाद इनको करीब 12 लाख रुपए मिलेंगे। वहीं, सेवा में रहने के दौरान इनको चौथे साल करीब 40000 रुपए की तनख्वाह के अलावा जवानों को मिलने वाली और सुविधाएं भी दी जाएंगी। इन सुविधाओं में कैंटीन, विषम क्षेत्र के लिए विशेष भत्ता, रहने और मुफ्त भोजन की सुविधा शामिल है। इसके अलावा नौकरी के दौरान 48 लाख रुपए का बीमा भी होगा।
अग्निपथ योजना के एलान के बाद बिहार समेत कई राज्यों में काफी उत्पात मचा था। ट्रेनों को आग लगाई गई थी। पथराव और हिंसा की अन्य घटनाएं भी हुई थीं, लेकिन जिस तरह से युवा इस योजना में उत्साह दिखा रहे हैं, उससे साफ हो गया है कि किन्हीं तत्वों ने युवाओं को भड़काकर हिंसा में लिप्त कराया। फिलहाल इस योजना का विरोध अब कहीं भी होता नहीं दिख रहा और आवेदन के लिए युवाओं का उत्साह दूसरी ही कहानी कह रहा है।