Innovative: भारत में डेंगू और चिकनगुनिया फैलाने वाले मच्छरों की आई शामत, वैज्ञानिकों की इस कामयाबी पर आप कहेंगे वाह!
इंसानों और जानवरों का खून पीकर जिंदा रहने वाले मच्छर कई तरह की खतरनाक बीमारियां भी देते हैं। मलेरिया के अलावा खतरनाक मानी जाने वाली डेंगू और चिकनगुनिया की बीमारी इन्हीं मच्छरों की वजह से होती है। अब मोदी सरकार पर सबकी नजर है। सरकार बस इशारा कर दे तो मच्छर अब खतरनाक नहीं रहेंगे।
पुदुचेरी। गर्मी की शुरुआत होते ही मच्छर पैदा होने लगते हैं। बारिश का सीजन आते ही मच्छरों की तादाद और बढ़ जाती है। इंसानों और जानवरों का खून पीकर जिंदा रहने वाले मच्छर कई तरह की खतरनाक बीमारियां भी देते हैं। मलेरिया के अलावा खतरनाक मानी जाने वाली डेंगू और चिकनगुनिया की बीमारी इन्हीं मच्छरों की वजह से होती है। अब इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च यानी ICMR की लैब ने डेंगू और चिकनगुनिया को देश से पूरी तरह मिटाने के लिए नई खोज की है। आईसीएमआर की पुदुचेरी स्थित वीसीआरसी लैब ने जेनेटिक इंजीनियरिंग का इस्तेमाल कर ऐसी नई प्रजाति के मच्छर तैयार किए हैं, जो डेंगू और चिकनगुनिया की बीमारी से भारत को मुक्त कर देंगे।
#WATCH | Puducherry| Prepared mosquitoes to replace Dengue & Chikungunya mosquitoes. Will release female ones which will mate with males&produce larvae who don’t have these viruses. We’ve prepared mosquitoes&eggs & can release them anytime: Dr Ashwani Kumar Director ICMR-VCRC pic.twitter.com/zKx7Yb3s1Y
— ANI (@ANI) July 6, 2022
वीसीआरसी लैब के निदेशक डॉ. अश्विनी कुमार ने बताया कि लैब में जेनेटिक इंजीनियरिंग के जरिए ऐसे मादा मच्छर तैयार किए गए हैं, जिन्हें हर शहर में छोड़ा जाएगा। ये मादा मच्छर डेंगू और चिकनगुनिया फैलाने वाले एडीज एजेप्टी Aedes Egypty मर्द मच्छरों से संयोग कर ऐसे मच्छर पैदा करेंगी, जिनमें डेंगू या चिकनगुनिया के वायरस कभी नहीं आएंगे। डॉ. कुमार ने बताया कि मादा मच्छरों के अलावा लैब ने उनके अंडे भी पैदा कराए हैं। ये मच्छर और अंडे शहरों में छोड़े जाने के लिए तैयार हैं।
Puducherry | Good potential in the technology and informed that the study started four years ago and has been completed now but the government approvals are still pending: Dr Ashwani Kumar, Director ICMR-VCRC pic.twitter.com/2OK1tXS32y
— ANI (@ANI) July 6, 2022
उन्होंने ये भी बताया कि इस बारे में करीब 4 साल से लैब में शोध हो रहा था और हाल ही में बिना डेंगू या चिकनगुनिया के वायरस वाले मच्छर और उनके अंडे पैदा करने में सफलता मिली है। डॉ. अश्विनी कुमार ने बताया कि अभी इस बारे में सरकार से मंजूरी लेनी है। इसके लिए प्रक्रिया चल रही है। उम्मीद है कि अगले बरसाती सीजन में डेंगू और चिकनगुनिया को भारत से मिटाने के लिए इस अनोखे तरीके का इस्तेमाल शुरू हो जाएगा।