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Immigration Racket Busted: पुलिस ने इमिग्रेशन रैकेट के फरार मास्टरमाइंड को IGI एयरपोर्ट पर किया गिरफ्तार

Delhi News : एजेंट फर्जी वीज़ा और अन्य यात्रा दस्तावेज़ बनाने में माहिर थे और एक पूरे कार्यालय का संचालन कर रहे थे जिसमें उन्होंने नकली यात्रा दस्तावेज़ बनाए थे। यह पाया गया कि एजेंट नितिन नजारा और विजय कुमार सिंडिकेट के मुख्य मास्टरमाइंड मंजीत @ बब्बू के साथ काम कर रहे थे और वे सभी देशों के मनगढ़ंत यात्रा दस्तावेज बनाने में माहिर थे।

नई दिल्ली। इंदिरा गांधी एयरपोर्ट की पुलिस विंग पंजाब ने बुधवार को अंतरराष्ट्रीय इमिग्रेशन रैकेट के फरार मास्टरमाइंड मंजीत उर्फ ​​बब्बू को आईजीआई एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर लिया। इस गिरफ्तारी से पुलिस ने राज्य में चल रहे इमिग्रेशन रैकेट की कमर तोड़ दी है। ये इमिग्रेशन एजेंट स्थानीय लोगों को ठगते थे और वित्तीय फायदे के लिए उन्हें विदेश भेजने के बहाने उनसे पैसे ठगते थे। ऐसे ही एक मामले में आरोपी एजेंटों ने छात्रों को 5 टूरिस्ट वीजा मुहैया कराए थे। बाद में जब दूतावास ने इन वीजा की सत्यता की जांच की तो वे फर्जी और जाली निकले।

आपको बता दें कि इस मामले में गुरनूर सिंह की शिकायत पर आरोपी व्यक्तियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया था जिसमें उसने आरोप लगाया था कि आरोपी व्यक्ति अमित गौड़ ने ऑस्ट्रेलिया के टूरिस्ट वीजा और स्टडी वीजा के लिए ग्राहकों के संदर्भ देने के लिए सोशल मीडिया के माध्यम से उससे संपर्क किया था। उसने भारत और विदेश में सक्रिय एजेंटों के साथ अपने संबंधों के बहाने शिकायतकर्ता को बहकाया। प्रलोभन के आधार पर, शिकायतकर्ता ने अपने आईईएलटीएस प्रशिक्षण संस्थान के 5 छात्रों को ऑस्ट्रेलियाई पर्यटक वीजा के लिए आरोपी व्यक्तियों के पास भेजा। कथित तौर पर आरोपी व्यक्ति और उसके सहयोगियों को उनके वीजा की प्रक्रिया के लिए 18 लाख रुपये की राशि दी गई थी।

आरोपी व्यक्तियों ने छात्रों के नाम पर जारी किए गए 5 पर्यटक वीजा प्रदान किए। बाद में जब उक्त वीजा को दूतावास से सत्यापित किया गया तो पाया गया कि आरोपी व्यक्ति द्वारा प्रदान किए गए सभी वीजा फर्जी थे। इसलिए, वर्तमान मामला दर्ज किया गया था।एजेंट फर्जी वीज़ा और अन्य यात्रा दस्तावेज़ बनाने में माहिर थे और एक पूरे कार्यालय का संचालन कर रहे थे जिसमें उन्होंने नकली यात्रा दस्तावेज़ बनाए थे। यह पाया गया कि एजेंट नितिन नजारा और विजय कुमार सिंडिकेट के मुख्य मास्टरमाइंड मंजीत @ बब्बू के साथ काम कर रहे थे और वे सभी देशों के मनगढ़ंत यात्रा दस्तावेज बनाने में माहिर थे। यह भी पता चला कि वे पूरे भारत में काम कर रहे थे और पंजाब और हरियाणा में काम कर रहे एजेंटों को लगातार फर्जी दस्तावेज उपलब्ध करा रहे थे।

19 पासपोर्ट, 26 जाली वीजा, विभिन्न देशों के 2000+ ब्लैंक वीजा, 165 जाली वीजा स्टैंप, 127 वीजा मेकिंग डाई, 08 उच्च गुणवत्ता वाली पेशेवर प्रिंटिंग और लैमिनेटिंग मशीन, विभिन्न देशों के 35 पीआर कार्ड, 1150 ब्लैंक प्लास्टिक कार्ड की बड़ी बरामदगी नकली आधार कार्ड, पीआर कार्ड और ड्राइविंग लाइसेंस बनाने के लिए उत्कीर्ण चिप्स और अन्य आपत्तिजनक सामग्री उनके कब्जे से बनाई गई थी। गिरफ्तार एजेंट को हिरासत में लेकर की गई पूछताछ से पता चला कि एजेंट मंजीत उर्फ ​​बब्बू देश भर में फैले इस पूरे गठजोड़ का मास्टरमाइंड था। मंजीत सिंह उर्फ ​​बब्बू कुछ समय से फरार चल रहा था और लंबे समय से अपनी गिरफ्तारी से बचने की कोशिश कर रहा था। सभी संभावित ठिकानों पर लगातार छापेमारी की गई और टीम ने आरोपियों की पंजाब में आवाजाही पर नकेल कसी। टीम के अथक प्रयासों का परिणाम मिला, जब टीम ने पंजाब में 13.11.2022 को एजेंट को पकड़ा। आरोपी वर्तमान में 18.11.2022 तक पुलिस रिमांड पर है।