नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में एक बार फिर आतंकियों द्वार वहां का माहौल खराब करने के कोशिश की जी रही है। कई वर्षों से घाटी में धर्म के नाम पर अपनी बली चढ़ाने वाले कश्मीरी पंडित एक बार फिर से आतंकियों की कायराना हरकत का शिकार हो रहे हैं। बड़े-बड़े पदो पर कार्यरत कश्मीरी पंडित आतंकियों के निशाने पर हैं। कुछ समय पहले घाटी में सरपंच की हत्या कर दी गई थी और कई जगह सरकारी पदों पर बैठे कश्मीरी पंडितों को सिलसिलेवार तरीके से निशाना बनाया गया था। इसी कड़ी में अब एक और कश्मीरी पंडित का नाम शामिल हो गया है। बीते दिन जम्मू-कश्मीर के बडगाम के चडूरा तहसील के रहने वाले राहुल भट्ट की आंतकियों ने उनके ऑफिस में घुसकर हत्या कर दी। इसके बाद मृतक राहुल भट्ट् के घर व स्थानीय लोगों में शोक की लहर है।
राहुल भट्ट् के घर में सब लोग हैरान-परेशान हैं। इस हत्या पर राहुल भट्ट के पिता ने बताया कि ‘अभी उसकी पांच की बच्ची और बीवी है, जो कि कश्मीर में ही रहते हैं। भगवान जाने अब उनका क्या होगा’ आगे राहुल के पिता ने बताया कि यहां पर कश्मीरी पंडित हाथ में तिरंगा पकड़ने की सजा भुगत रहे हैं। राहुल के कार्यालय में जाकर सुनियोजित तरीके से हत्या करना चिंताजनक और दुखद है।
स्थानीय प्रशासन पर आरोप
राहुल भट्ट् के पिता ने बताया कि राहुल की नौकरी साल 2011 में लगी थी। कश्मीरी पंडितों को सुरक्षा देने में सरकार विफल रही है। यहां पर सरकारी कर्मचारी अपनी किस्मत के सहारे जिंदगी बिता रहे हैं। इसके बाद उन्होंने प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा- हमने बडगाम डीसी को फोन किया, लेकिन उन्होंने नहीं उठाया। हमें प्रशासन की तरफ से कोई सूचना नहीं मिली। इससे संबंधित अधिकारियों को परिवार से अवगत कराना चाहिए था। कार्यालय के अंदर जाकर कर्मचारी की हत्या करना सरकार की विफलता है। अगर कार्यालय के अंदर एक कर्मचारी सुरक्षित नहीं है, तो फिर सुरक्षा कहां है।