PM Modi in Germany: भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर जमकर बरसे पीएम मोदी, कहा- इमरजेंसी के दौरान जब देश…

PM Modi in Germany: उन्होंने आगे कहा कि आज भारत को दुनिया उम्मीद और आशा के साथ देख रही है। उन्होंने आगे कहा कि आज हम देख रहे हैं, आज दुनिया भारत के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रही है। आज ऑर्गेनिक फार्मिंग दुनिया में चर्चा का विषय बना हुआ है, लेकिन भारत के किसान इसे जमीन पर उतार रहे हैं। 2014 तक भारत में खुले में शौच एक बड़ी समस्या थी, लेकिन हमने देश में 10 करोड़ से भी ज्यादा शौचालय बनवाया है, आज भारत के युवा को शौचालय बनवाना अपना कर्तव्य समझ रहे हैं।

सचिन कुमार Written by: June 26, 2022 6:56 pm
Narendra Modi

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी-7 सम्मेलन में शिरकत करने के लिए जर्मनी के म्यूनिख पहुंचे हैं। वहां उन्होंने प्रवासी भारतीयों को संबोधित भी किया। अपने संबोधन के दौरान उन्होंने मुख्तलिफ मसलों का जिक्र किया। अपने संबोधन में पीएम मोदी ने अपनी सरकार के उपलब्धियों का बखान किया। इस  उन्होंने पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार को भी आड़े हाथों लेने से गुरेज नहीं किया। उन्होंने बाकायदा आंकड़ों के साथ अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाई। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार की उपलब्धियों की फेहरिस्त गगनचुंबी हैं, अगर वे सबका बखान करते चले गए तो डिनर का समय हो जाएगा। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकार की विफलताओं को भी चिन्हित करने से गुरेज नहीं किया। उन्होंने आगे अपने संबोधन में कहा कि पूर्ववर्ती सरकार की त्रुटियों को दुरूस्त करने का काम भी मौजूदा सरकार कर रही है। प्रधानमंत्री ने विभिन्न क्षेत्रों में अपनी सरकार की उपलब्धियों को बयां किया।

कोरोना वैक्सीन का भी किया जिक्र

पीएम मोदी ने कहा कि वैक्सीन लगाने के लिए कोविड पोर्टल पर 110 करोड़ रजिस्ट्रेशन हुआ है। वहीं, आरोग्य सेतु एप पर 7 करोड़ लोग जुड़े हुए हैं। ई-मार्केट से 7 लाख विक्रेता जुड़े हुए हैं। 12 से 15 लाख भारतीय ट्रेन से यात्रा करने के लिए ऑनलाइन टिकट बुकिंग करा रहे हैं और ड्रोन की तकनीक विकसित की जा रही है। वहीं, फेटिलाइजर का छिड़काव भी ड्रोन से हो रहा है। इसके अलावा जमीन की मेपिंग और घरों की मेपिंग भी ड्रोन से ही हो रही है। वहीं, प्राकृतिक आपदा और राहत एवं बचाव कार्य के दौरान भी ड्रोन का इस्तेमाल हो रहा है और जिन लोगों को लगता था कि भारत जैसा था, वैसा ही रहेगा, लेकिन अब भारत ऐसा नहीं रह गया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत आज पुरानी मानसिकता से बाहर निकल चुका है।

उन्होंने आगे कहा कि आज 26 जून है, जो उस दिन के लिए भी जाना जाता है, जब भारत का लोकतंत्र जो हर भारतीय के डीएनए में है उसे 47 साल पहले कुचला और दबा दिया गया था। आपातकाल भारत के लोकतंत्र के जीवंत इतिहास पर एक काला धब्बा था। उन्होंने कहा कि यह वही भारत है, जिसके बारे में लोग कह रहे थे कि सवा अरब लोगों को वैक्सीन लगाने में 15 साल लग जाएंगे। आज जब मैं आपसे बात कर रहा हूं, तो भारत में वैक्सीन डोज का आंकड़ा 1.96 बिलयन को पार कर चुका है। मेड इन वैक्सीन ने ना सिर्फ भारत, बल्कि करोड़ों लोगों की जान  बचाई  है। प्रधानमंत्री ने कहा कि जब मैं 2015 में जर्मनी आया था, तो मैं मेक इन इंडिया महज एक अवधारणा थी, लेकिन आज हम इसे जीवंत कर चुका है।

उन्होंने आगे कहा कि आज भारत को दुनिया उम्मीद और आशा के साथ देख रही है। उन्होंने आगे कहा कि आज हम देख रहे हैं, आज दुनिया भारत के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रही है। आज ऑर्गेनिक फार्मिंग दुनिया में चर्चा का विषय बना हुआ है, लेकिन भारत के किसान इसे जमीन पर उतार रहे हैं। 2014 तक भारत में खुले में शौच एक बड़ी समस्या थी, लेकिन हमने देश में 10 करोड़ से भी ज्यादा शौचालय बनवाया है, आज भारत के युवा को शौचालय बनवाना अपना कर्तव्य समझ रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि आज देश में टैक्स कम्लाइंस बढ़ रही है। उन्होंने आगे कहा कि हम आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं। आज भारत अभूतपूर्व संभावना बना रहे हैं। भारत शीर्ष सरकार के नेतृत्व में नए सपने भी देख रहे हैं और नए संकल्प भी ले रहा है। और संकल्प को पूरा करने के लिए जीजान से जुटा हुआ है। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमें आगामी 25 साल बाद कहां पहुंचना है, इसकी रूपरेखा भी तैयार है। पीएम मोदी ने कहा कि वो दिन चले गए हैं, जब दुनिया में कुछ होता था, तो भारत को रोना पड़ता था। लेकिन आज हम पूरी दुनिया को आपदा से लड़ने में क्षमतावान बनाने पहुंचाना चाहते हैं।

योग का भी किया जिक्र

पीएम मोदी ने योग का भी जिक्र किया है। जिसमें उन्होंने कहा कि आज हमने पूरी दुनिया को नाक पकड़ने पर मजबूर कर दिया है। पहली बार हमने भारत में मातृभाषा में डॉक्टरी और इंजीनियरिंग करने की रास्ता तैयार किया है। उच्च शिक्षा के लिए ग्लोबल पार्टनरशिप के लिए भी हम आगे बढ़ रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने जर्मनी में रह रहे भारतीयों से कहा कि आपसे हमारी अपेक्षाएं ज्यादा हैं। मैं हमेशा कहता हूं कि आप लोग राष्ट्रदूत हैं। सरकारी व्यवस्थाओं में तो एक-दो ही राष्ट्रदूत होते हैं, लेकिन मेरे करोड़ों राष्ट्रदूत हैं। इसके साथ ही उन्होंने यह कहकर अपने भाषण को विराम दिया है कि आप खुश रहिए। स्वस्थ्य रहिए। भारत माता की जय।