नई दिल्ली। हाल ही में पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी करने पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने नूपुर शर्मा (Nupur Sharma) को पार्टी ने 6 सालों के लिए निलंबित कर दिया था। नूपुर शर्मा पर हुए इस एक्शन के बाद ट्विटर पर संग्राम छिड़ गया है। कई लोग नूपुर शर्मा के समर्थन में खड़े हो गए हैं, वहीं कुछ लोग भाजपा द्वारा उठाए गए इस फैसले का समर्थन कर रहे हैें। साथ ही कई लोग भाजपा के नेतृत्व पर भी सवाल उठा रहे हैं और कहा जा रहा है कि अरब देशों के आगे झुककर इस निर्णय को लिया गया है। बता दें कि नूपुर शर्मा को पार्टी से निलंबित करने पर कतर ने फैसले का स्वागत किया था। इसी बीच नूपुर शर्मा के पैगंबर मोहम्मद पर दिए बयान को लेकर इस्लामिक देशों ने भारत सरकार पर कार्रवाई और माफी की मांग की। इसी बीच मामले में सूफी इस्लामिक बोर्ड ( Sufi Islamic Board ) के राष्ट्रीय प्रवक्ता सूफी कौसर मजीदी ने अरब और इस्लामिक देशों को जमकर खरी खोटी सुनाई है। बता दें कि, एक टीवी डिबेट के दौरान नूपुर शर्मा ने ज्ञानवापी मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी थी। इस दौरान नूपुर शर्मा ने पैगंबर मोहम्मद को लेकर एक बयान दिया था। उनके इस बयान को लेकर जमकर बवाल मचा हुआ है।
सूफी कौसर मजीदी ने वीडियो संदेश जारी करते हुए कहा कि, नूपुर शर्मा के खिलाफ कई जगह एफआईआर दर्ज की गई। जिसके बाद उनकी पार्टी (BJP) ने उनके पद से और पार्टी से हटा दिया। इस मामले ने इतना ज्यादा तूल पकड़ा की बैनुल अकवामी सतह पर पहुंच गया। वो और सऊदी अरब, कतर, कुवैत जैसे मुल्क हिंदू को आंख दिखाने लगे। और उनके जरिए लगातार भारत से मांफी मांगने की बात कही जा रही है। हम हिंदुस्तान के मुसलमान जिसे अपने मुल्क से बेहपनाह मोहब्बत है। वो ये कहना चाहते है कि किसी सियासी जमात के काम का जिम्मेदार हिंदुस्तान कैसे हो सकता है। हिंदुस्तान कैसे माफी मांग सकता है और जो माफी मांगने की बात कर रहे है क्या वो भूल गए कि उनके काले कारनामे किस तरह के है।
यहां देखिए वीडियो-
हमारे नबी का फरमान है, “जिस मुल्क में रहो उसके वफादार रहो”
नबी की शान में गुस्ताखी करने वाले को सजा भारत का कानून देगा जिसका हर हिंदुस्तानी मुसलमान सम्मान करता है।
जन्नत उल बकी को शहीद करने वाली सऊदी हुकूमत भारत से किस मुंह से माफी की बात करती है।#सखा@DrSJaishankar pic.twitter.com/R8ByQxZhYn— Sufi Khanqah Association (@SufiAssociation) June 7, 2022
आगे उन्होंने कहा कि, ”रसूलेकरीम सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के मोहब्बत के दांवे का ढ़ोग करने वाला ये सऊदी अरब वही है, जिसने जन्नतुलबकी में पैगंबर ए इस्लाम सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की बेटी के और उनके बेटों के मुकद्दस मजार को शहीद किया था साथ ही फतवा भी जारी किया था। नबी ए करीम सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के वलीदेन के मजारात और काफी मुशरीक है सऊदी अरब की इस कार्रवाई जो एक युद्ध अपराध की श्रेणी में आती है। उस कार्रवाई पर कुवैत, कतर और तमाम मुल्क जो इस वक्त भारत के खिलाफ मोर्चाबंदी कर रहे हैं वो खामोश बैठे हुए थे। उस वक्त आपकी इस्लाम से मोहब्बत कहां चली गई थी। यकीनन भाजपा की पार्टी प्रवक्ता ने जो भी किया वो बर्दशत करने के लायक नहीं था। हिंदुस्तान के कानून पर हम भरोसा करते हैं और हमारे मुल्क का कानून उनको सजा देगा। लेकिन आपको कोई अधिकार नहीं कि हिंदुस्तान से माफी मांगने की आप गुजारिश करें। आप एक खुद गुनाहगार है।”