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भारत ने आपदा को अवसर में बदला, PPE किट मैन्युफैक्चरिंग में दुनिया में यह स्थान हासिल किया…

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी बीते 12 मई को देश के नाम संबोधन में बता चुके हैं कि भारत में कोरोना संकट से पहले एक भी पीपीई किट और एन-95 मास्क नहीं बनता था, लेकिन अब हर दिन दो लाख पीपीई किट और 2 लाख एन-95 मास्क बनाए जा रहे हैं।  

नई दिल्ली। वैश्विक महामारी कोरोनावायरस के संक्रमण से बचने लिए स्वास्थ्यकर्मियों के लिए जरूरी पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट (पीपीई) को लेकर भारत ने नया कीर्तिमान रचा है। भारत पीपीई का दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक देश बन गया है। सरकार ने इसकी जानकारी दी है। खास बात ये भी है कि भारत ने आपदा की इस मुश्किल घड़ी में महज दो महीने के भीतर यह उपलब्धि हासिल की है।

गौरतलब है कि कोरोना महासंकट से पहले भारत में पीपीई किट बनाने वाली एक भी कंपनी नहीं थी, लेकिन अब भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा पीपीई मैन्युफैक्चरर बन गया है। कपड़ा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि उसने पीपीई की गुणवत्ता और मात्रा दोनों में सुधार करने के लिए कई कदम उठाए हैं। यही कारण है कि भारत दो महीने से भी कम समय में पीपीई का दूसरा सबसे बड़ा विनिर्माता बन गया है। अब भारत इस मामले में सिर्फ चीन से पीछे है। फिलहाल, दुनिया में चीन पीपीई किट का सबसे बड़ा विनिर्माता है।

पीपीई की क्वॉलिटी पर जोर

बयान में कहा गया कि कपड़ा मंत्रालय ने यह सुनिश्चित करने के लिए भी कदम उठाए हैं कि पूरी आपूर्ति श्रृंखला (सप्लाई चेन) में केवल प्रमाणित (सर्टिफाइड) कंपनियां ही पीपीई की आपूर्ति करें। अब कपड़ा समिति, मुंबई भी स्वास्थ्य कर्मचारियों और अन्य कोविड-19 योद्धाओं के लिए आवश्यक पीपीई की टेस्टिंग और सर्टिफिकेशन (प्रमाणन) करेगी।

PM Narendra Modi

प्रधानमंत्री मोदी ने भी किया था जिक्र

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी बीते 12 मई को देश के नाम संबोधन में बता चुके हैं कि भारत में कोरोना संकट से पहले एक भी पीपीई किट और एन-95 मास्क नहीं बनता था, लेकिन अब हर दिन दो लाख पीपीई किट और 2 लाख एन-95 मास्क बनाए जा रहे हैं।