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भारत के सामने चीन की अकड़ पड़ी ढीली, अब शांति की कर रहा अपील

चीन के सामान का बहिष्कार करने की बात जबसे शुरू हुई है। चीन के तेवर थोड़े नरम दिख रहे हैं हालांकि चीनी मीडिया इसपर भारत को धमकी देने से बाज नहीं आ रही है।

नई दिल्ली। भारत-चीन के बीच सीमा को लेकर जारी गतिरोध भले ही बातचीत के जरिए समाप्त करने की बात कही जा रही हो। लेकिन चीन की तरफ से लगातार जिस तरह की हरकत की जा रही है उसपर भरोसा करना मुश्किल है। अब दोनों देशों के बीच वीडियो वार शुरू हो गया है। दोनों देश अपनी सैन्य ताकतों को दिखाने के लिए वीडियो का सहारा ले रहे हैं। इसकी शुरुआत भी चीन की तरफ से ही की गई है। हालांकि चीन के सामान का बहिष्कार करने की बात जबसे शुरू हुई है। चीन के तेवर थोड़े नरम दिख रहे हैं हालांकि चीनी मीडिया इसपर भारत को धमकी देने से बाज नहीं आ रही है। लेकिन इस सब के बीच लगने लगा है कि एक बार फिर भारत ने ड्रैगन को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया है।

india china meeting

लद्दाख में LAC पर जारी गतिरोध के बीच चीनी विदेश मंत्रालय का बड़ा बयान आया है। सूत्रों के मुताबिक, “चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि भारत के साथ हम शांति चाहते हैं, सीमा पर विवाद को हम आगे नहीं बढ़ाना चाहते हैं।“ चीन और भारत वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर शांति कायम रखने और गतिरोध को बातचीत से सुलझाने एवं दोनों देशों के नेतृत्व के बीच बनी सहमति को लागू करने पर सहमत हुए हैं। यह दावा चीन के शीर्ष अधिकारी ने सोमवार को किया।

Indian China LAC

चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता हुआ चुनयिंग की यह टिप्पणी सीमा पर मौजूदा गतिरोध को द्विपक्षीय समझौते के तहत सुलझाने के लिए सैन्य स्तर पर हुई मैराथन बैठक के दो दिन बाद आई है। उन्होंने कहा कि छह जून को भारत और चीन के कमांडरों के बीच चुशुल मोल्दो क्षेत्र में बैठक हुई और दोनों पक्षों में विचार विमर्श किया।

हुआ ने कहा, ‘‘हाल में कूटनीतिक और सैन्य माध्यमों से दोनों पक्ष सीमा की मौजूदा स्थिति पर संवाद कर रहे हैं।” उन्होंने कहा, ‘‘एक सहमति यह बनी है कि दोनों पक्षों को दोनों देशों के नेताओं के बीच सहमति को लागू करने की जरूरत है ताकि अंतर विवाद में नहीं तब्दील हो जाए। हुआ चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देशों का संदर्भ दे रही थी जो दो अनौपचारिक शिखर सम्मेलन के बाद दिए गए थे।

चिनफिंग- मोदी ने दोनों देशों की सेनाएं को सीमा पर शांति और धैर्य कायम रखने के लिए विश्वास बहाली के और कदम उठाने को कहा था। चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता ने आगे कहा, ‘‘ दोनों पक्ष सीमा पर शांति और धैर्य कायम रखने के लिए काम करेंगे और अच्छा वातावरण बनाएंगे।” उन्होंने कहा, ‘‘ हालात स्थिर और नियंत्रण में है और दोनों पक्ष संबंधित मुद्दे को सुलझाने के लिए विचार-विमर्श को तैयार हैं।”

हुआ की टिप्पणी भारतीय विदेश मंत्रालय के बयान के एक दिन बाद आई है जिसमें कहा गया था कि भारत और चीन सीमा पर जारी मौजूदा गतिरोध को शांतिपूर्ण सुलझाने के लिए द्विपक्षीय समझौते के तहत कूटनीतिक और सैन्य स्तर पर बातचीत जारी रखने को सहमत हैं। उल्लेखनीय है कि लेह स्थित 14वीं कॉर्प के जनरल ऑफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह के नेतृत्व में भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने चीन के तिब्बत सैन्य जिले के कमांडर मेजर जनरल लियू लिन के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल से चीनी नियंत्रण वाले क्षेत्र के मोल्दो में शनिवार सुबह साढे़ 11 बजे मैराथन बातचीत की जो शाम तक यह जारी रही।