कोरोना काल में सवालों की झड़ी, वैक्सीन के शुभांरभ पर चुप्पी…ट्विटर पर अब ऐसे हो रही राहुल की किरकिरी

India Corona Vaccination: अमित मालवीय(Amit Malviya) के इस ट्वीट पर एक यूजर ने लिखा कि, थोड़ा इंतेज़ार कीजिये मीडिया का एक विशेष वर्ग, “fact”-checkers एवं मीडिया से you-tuber बने लोग पूरी मेहनत से किसी डॉक्टर को खोज रहे हैं जिसे वैक्सीन लगवा कर मतली आ रही हो।

Avatar Written by: January 16, 2021 3:41 pm

नई दिल्ली। देश में कोरोना वैक्सीन का टीकाकरण 16 जनवरी से देश के तमाम शहरों में शुरू हो चुका है। इस महाअभियान की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअल तरीके से किया। इस अभियान को लेकर देशभर में उत्साह का माहौल देखने को मिल रहा है। वहीं कांग्रेस की तरफ से इसपर भी राजनीति का दौर शुरू है। हालांकि कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी जहां कोरोना काल में मोदी सरकार पर लॉकडाउन और उसके लिए किए गए इंतजाम पर तमाम सवाल खड़े कर रहे थे वहीं अब वैक्सीन के तैयार होने और उसके टीकाकरण को लेकर चुप्पी साधे हुए हैं। इसपर भारतीय जनता पार्टी के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने अपने ट्विटर अकाउंट से राहुल गांधी को लेकर लिखा है कि, राहुल गांधी ने कोरोना वैक्सीन को लेकर मोदी सरकार पर संदेह व्यक्त किया था। लेकिन जब मोदी सरकार द्वारा देश में दुनिया की सबसे बड़ी वैक्सीनेशन प्रक्रिया शुरू हुई तो एक ट्वीट भी नहीं किया।

Rahul gandhi modi

इसके अलावा अमित मालवीय ने राहुल गांधी की सोच पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि, क्या राहुल गांधी देश के वैज्ञानिकों और स्वास्थ्य कर्मियों के लिए प्रशंसा के एक शब्द भी लिखने में अक्षम हैं?

अमित मालवीय के इस ट्वीट पर लोगों ने राहुल गांधी की जमकर क्लास ली है…

वैसे इस मुद्दे पर कांग्रेस के और नेता भी हैं जो वैक्सीनेशन को लेकर सवाल खड़े कर रहे हैं। कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी (Congress MP Manish Tewari) ने वैक्सीनेशन की मंजूरी प्रकिया पर सवाल खड़े कर दिए हैं। उन्होंने दावा किया कि टीकों के आपात उपयोग की स्वीकृति देने के लिए कोई नीतिगत ढांचा नहीं है। मनीष तिवारी ने ट्वीट कर लिखा, टीकाकरण आरंभ हो गया है और यह अजोबो-गरीब है कि भारत के पास आपात उपयोग को अधिकृत करने का कोई नीतिगत ढांचा नहीं है। फिर भी दो टीकों के आपात स्थिति में नियंत्रित उपयोग की अनुमति दी गई।पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘‘कोवैक्सीन की अलग ही कहानी है। इसे उचित प्रक्रिया के बिना अनुमति दी गई।’’