नई दिल्ली। कश्मीर पर पाकिस्तान के रुख का समर्थन करने वाले तुर्की को भारत ने मुंहतोड़ जवाब दिया है। दरअसल तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगान ने पाकिस्तानी संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित किया था। संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए एर्दोगान ने कहा था कि कश्मीर पाकिस्तान के लिए जितना महत्वपूर्ण है, उनके देश के लिए भी उतना ही अहम है। जिसके बाद अब भारत ने तुर्की के राष्ट्रपति के बयान पर पलटवार करते हुए करारा जवाब दिया है।
भारत ने पाकिस्तानी संसद में तुर्की के राष्ट्रपति के संबोधन में जम्मू-कश्मीर के सभी संदर्भों को खारिज किया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा है कि ”कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा है, तुर्की भारत के मामले में हस्तक्षेप ना करे।”
जम्मू-कश्मीर को लेकर एर्दोगान की टिप्पणी पर भारत के विदेश मंत्रालय ने कहा, ”हम तुर्की नेतृत्व से अनुरोध करते हैं कि वह भारत के आंतरिक मामले में दखल ना दे।” विदेश मंत्रालय ने कहा कि ”हम तुर्की नेतृत्व से अनुरोध करते हैं कि वह भारत के लिए पाकिस्तान से पैदा होने वाले आतंकवाद के खतरे सहित सभी तथ्यों की सही समझ विकसित करे।”
Ministry of External Affairs (MEA): We call upon the Turkish leadership to not interfere in India’s internal affairs and develop proper understanding of the facts, including the grave threat posed by terrorism emanating from Pakistan to India and the region. https://t.co/6J8i5v7Pyi
— ANI (@ANI) February 15, 2020
आपको बता दें कि भारत की आपत्ति के बावजूद तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगान ने एक बार फिर कश्मीर मुद्दा उठाया और कहा कि उनका देश इस मामले में पाकिस्तान के रुख का समर्थन करेगा क्योंकि यह दोनों देशों से जुड़ा विषय है।