दुश्मनों पर अब और होगा तगड़ा प्रहार, भारतीय नौसेना की ताकत बढ़ाने अगले साल आएंगे अमेरिका से ये 4 घातक विमान
पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में भारत और चीनी सौनिकों के बीच हुई हिंसक झड़क के बाद से ही दोनों देशों के बीच तनातनी जारी हैं। जिसके बाद चीन को सबक सिखाने के लिए भारत सरकार एक के बाद एक कई कड़े फैसले ले रही है।
नई दिल्ली। पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में भारत और चीनी सौनिकों के बीच हुई हिंसक झड़क के बाद से ही दोनों देशों के बीच तनातनी जारी हैं। चीन को सबक सिखाने के लिए भारत सरकार एक के बाद एक कई कड़े फैसले ले रही है। इसी बीच मोदी सरकार दुश्मनों को सबक सिखाने के लिए कुछ ऐसा करने जा रही है जिसके बाद उनके हौसले पस्त हो जाएंगे। खबर आई है कि हिंद महासागर में भारतीय नौसेना को और ताकतवर बनाया जा रहा है।
भारतीय नौसेना में अगले साल अमेरिका से मिलने वाले चार और पी-8आई मल्टीमिशन विमान शामिल होने जा रहे हैं। आपको बता दें कि भारत के पास अभी भी 6 और बोइंग खरीदने का विकल्प मौजूद है हालांकि इसके बारे में साल 2021 के अंत में ही सही जानकारी मिल सकेगी।
P-8A Poseidon और P-8I मल्टीमिशन विमान को विशेष रूप से समु्द्र पर नजर रखने के लिए ही डिजाइन किया गया है। ये विमान हार्पून ब्लॉक II और हल्के टारपीडो, टोही क्राफ्ट 129 सोनोबॉय को आसानी से ले जा सकता है। इस विमान की खास बात ये है कि यह एक घातक पनडुब्बी में बदल जाता है जो एंटी-शिप मिसाइल भी लॉन्च कर सकता है। इस विमान को विशेष रूप से पनडुब्बी रोधी जंग और सतह रोधी युद्ध के साथ खुफिया तरीके से समुद्र में दुश्मनों पर नजर रखने के लिए तैयार किया गया है। इसे एक टोही विमान की तरह इस्तेमाल मे लाया जा सकता है।
ये विमान 789 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भर सकता है और इसकी रेंज लगभग 2200 किलोमीटर तक की है। बताया जाता है कि 6 और P-8I मल्टीमिशन विमान खरीदने को लेकर अमेरिका से बात जल्द शुरू हो सकती है। बता दें कि चीन से बिगड़े हालात से पहले ही रक्षा अधिग्रहण परिषद ने नवंबर 2019 में ही 6, P-8I की खरीद को मंजूरी दे दी थी।