नई दिल्ली। भारत (India) और चीन (China) के बीच सीमा विवाद (Border Dispute) ने गलवान घाटी प्रकरण के बाद एक अलग ही मोड़ ले लिया है। गलवान में भारत-चीन के सैनिकों के बीच हुई झड़प में जहां 20 भारतीय जवान (Indian Army) वीरगति को प्राप्त हुए वहीं चीनी सेना (PLA) के 60 के करीब जवान की भी जान चली गई। इसके बाद से लगातार दोनों देशों के बीच सीमा विवाद जारी है। दोनों देशों की सेना सीमा पर अपना ताकत दिखा रही है। इस सब के बीच सीमा पर 1962 के बाद पहली बार फायरिंग (Firing) की भी घटना हुई। लेकिन अब जो खबर आ रही है वह बेहद चौंकाने वाली है। खबर की मानें को महज 20 दिन के भीतर LAC पर 3 बार फायरिंग की घटना हुई है।
आपको बता दें की बीते कई दशकों से जिस LAC पर नो फायर जोन बना हुआ था। दोनों सेना इस पूरी प्रक्रिया का पालन भी कर रही थी। लेकिन वहां पर महज बीस दिनों के भीतर तीन बार गोलियां चल (Three Firing Incidents) चुकी हैं। एक न्यूज एजेंसी की खबर की मानें तो सेना के सूत्रों के हवाले से प्रकाशित एक खबर में इस बात की जानकारी है।
खबर की मानें तो LAC पर पहली बार गोली तब चली जब चीनी सैनिकों द्वारा पैंगोंग लेक के दक्षिणी छोर पर अतिक्रमण के प्रयास पर भारत की तरफ से जवाब दिया गया था। यह घटना 29/30 अगस्त की रात को घटी थी। वहीं दूसरी बार 7 सितंबर को गोली चली। ये घटना मुखपरी हाइट के पास हुई। तीसरी बार 8 सितंबर को पैंगोंग लेक के उत्तरी छोर पर गोली चली थी। खबरों की मानें तो तब दोनों तरफ से 100 राउंड से ज्यादा गोलियां चलीं। बताया जा रहा है चीन की तरफ से उस दिन बेहद आक्रामक व्यवहार किया गया जिसका भारतीय सेनाओं ने माकूल जवाब दिया।
इससे पहले भारत ने सीमा विवाद को लेकर चीन के सामने अपना स्टैंड साफ कर दिया है कि सीमाओं की संप्रभुता के साथ किसी भी कीमत पर कोई समझौता नहीं किया जा सकता है। भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर इस मामले पर कह चुके हैं कि सीमा विवाद का असर स्पष्ट रूप से चीन के साथ सामान्य संबंधों पर भी पड़ेगा। उन्होंने साफ कह दिया है कि सीमा पर अशांति और व्यापार साथ नहीं चल सकते।