कोलकाता। शिक्षक भर्ती घोटाले में फंसे पार्थ चटर्जी से तृणमूल कांग्रेस और उसकी सुप्रीमो ममता बनर्जी ने पूरी तरह किनारा कर लिया है। ये बात तो तभी साफ हो गई थी, जब पार्थ चटर्जी ने ईडी के हाथ गिरफ्तारी पर कहा था कि वो लगातार ममता को फोन करते रहे, लेकिन फोन नहीं उठा। सोमवार को ममता ने भी साफ कह दिया कि वो गलत काम करने वाले पार्टी के किसी नेता के साथ खड़ी नहीं होंगी। अब ये पता चला है कि पार्थ के घर ईडी के छापे के तुरंत बाद ही ममता ने उनसे दूरी बना ली थी। पार्थ ने ये नहीं बताया था कि ममता से कितनी बार उन्होंने संपर्क साधने की कोशिश की, लेकिन अब दस्तावेजी सबूत बता रहे हैं कि पार्थ ने 4 बार फोन किया, लेकिन उनकी कोशिश नाकाम रही।
Dear WB, smell coffee
Rs 21-cr haul: ECIR filed by @dir_ed against Bengal minister Partha Chatterjee mentions Mamata Banerjee as his relative/friend whom person taken in custody intends to inform
Arrest memo says Partha called CM four times between 2am-9am
Deep-rooted nexus? pic.twitter.com/DQfwJ061Rw
— Rohan Dua (@rohanduaT02) July 25, 2022
अपनी करीबी एक्टर अर्पिता मुखर्जी के साथ 10 दिन की ईडी हिरासत में पहुंचे पार्थ चटर्जी को गिरफ्तार करने के लिए ईडी ने जो अरेस्ट वॉरंट जारी किया है, उसमें दो चीजें साफ हो रही हैं। एक तो रात 2 बजे से अगले दिन सुबह 9 बजे तक पार्थ ने 4 बार ममता बनर्जी को फोन किया। दूसरी एक अहम चीज ये भी सामने आई है कि उन्होंने ईडी को ममता बनर्जी का नाम ही अपने रिश्तेदार के तौर पर बताया। पार्थ ने ऐसा क्यों किया, ये तो पता नहीं, लेकिन ममता से उनकी दूर-दूर तक कोई रिश्तेदारी नहीं है।
बता दें कि बीते शनिवार को ईडी ने पार्थ की करीबी अर्पिता के घर छापा मारा था। वहां से 21 करोड़ रुपए के अलावा विदेशी मुद्रा और सोने के जेवर मिले थे। रुपए के कई बंडल पश्चिम बंगाल शिक्षा विभाग के लिफाफे में थे। इसके बाद ही देर रात ईडी की टीम पार्थ चटर्जी के घर पहुंची थी और लंबी पूछताछ के बाद रविवार सुबह उनको गिरफ्तार कर लिया गया था।