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वीडियो में हुआ खुलासा – जामिया की लाइब्रेरी में दिखे पथराव करने वाले लोग

विजुअल्स की जांच में पता चला है कि जो उपद्रवी हाथ में पत्थर लेकर पहले रेलिंग्स पर कूदते देखे गए, वहीं जामिया मिलिया इस्लामिया के रीडिंग रूम (लाइब्रेरी) में भी घुसे। ये विजुअल्स पुलिस के रीडिंग रूम में घुसने और लाठीचार्ज करने से पहले के हैं।

नई दिल्ली। पिछले साल दिसंबर में जामिया में हुई हिंसा के बाद पुलिस द्वारा बल के प्रयोग और जामिया लाइब्रेरी में घुसने को लेकर दिल्ली पुलिस की काफी आलोचना हुई थी। जिसपर पुलिस का कहना था कि उपद्रवी जामिया कैंपस में घुस गए थे। इसको लेकर कुछ वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं जिसमें पथराव में शामिल लोग जामिया की लाइब्रेरी में दिखाई दे रहे हैं।

Jamia Protest bus burnt

विजुअल्स की जांच में पता चला है कि जो उपद्रवी हाथ में पत्थर लेकर पहले रेलिंग्स पर कूदते देखे गए, वहीं जामिया मिलिया इस्लामिया के रीडिंग रूम (लाइब्रेरी) में भी घुसे। ये विजुअल्स पुलिस के रीडिंग रूम में घुसने और लाठीचार्ज करने से पहले के हैं।

कई सोर्सेज से सामने आए वीडियो के बीच हुई तुलना से पता चलता है कि लाइब्रेरी के बाहर पत्थर फेंकने वाले कई लोग पुलिस के रीडिंग रूम में दाखिल होने से और बल प्रयोग करने से पहले ही वहां छुपने के लिए घुस चुके थे। अभी तक ये स्थापित नहीं हो सका है कि फुटेज में दिखाई देने वाले ये लोग जामिया के छात्र हैं या बाहरी लोग।

ganja topi Jamia

इसके अलावा दिल्ली पुलिस सोर्सेज की ओर से रिलीज सीसीटीवी फुटेज में एक गंजे व्यक्ति को हाथ में पत्थर में लिए बॉलकनी से कूदते देखा जा सकता है। वहीं मखतूब मीडिया की ओर से यूट्यूब पर रिलीज एक और फुटेज में उसी व्यक्ति को लाइब्रेरी के अंदर देखा जा सकता है। मखतूब मीडिया की ओर से यूट्यूब पर जारी फुटेज में – ‘जामिया लाइब्रेरी में दिल्ली पुलिस की क्रूरता’ दिखाने का दावा किया गया था। इसी कमरे से एक और फुटेज स्थापित करती है कि यही व्यक्ति पुलिस के लाइब्रेरी में प्रवेश करने से पहले एक ग्रुप के साथ रीडिंग रूम में घुसा। इस ग्रुप के कुछ लोगों ने अपने चेहरों को हाथ से ढका हुआ है।

Jamia Video Red

वहीं टोपी और लाल स्वेटशर्ट पहने ये व्यक्ति बॉलकनी में पत्थर फेंकने वालों के साथ देखा गया। इस व्यक्ति को भी पुलिस के रीडिंग रूम में घुसने से पहले वहां प्रवेश करते देखा गया। कपड़े से मुंह ढके इस व्यक्ति को लाइब्रेरी में बैठे छात्रों को हाथ के इशारे से चुप रहने के लिए कहते देखा जा सकता है।

एक और शख्स जो लंबे बालों और दाढ़ी के साथ दिखाई दे रहा है और ये व्यक्ति दोनों वीडियो में काफी सक्रिय देखा जा सकता है। इस व्यक्ति ने दोनों हाथों में कुछ पकड़ा हुआ है और इसे बॉलकनी में पत्थर फेंकने वालों के साथ और रीडिंग रूम, दोनों जगह देखा जा सकता है।

हालांकि विभिन्न स्रोतों की ओर से रिलीज जामिया की कुछ फुटेज में टाइम स्टैम्प नहीं है, लेकिन दो वीडियो में सक्रिय टाइम स्टैम्प है. मान लिया जाए कि दोनों सीसीटीवी कैमरा समान सर्वरों से जुड़े थे और एक ही घड़ी फॉलो कर रहे थे।

Jamia Video

ऐसे में बॉलकनी में पत्थर लेकर खड़े लोगों और पुलिस के लाइब्रेरी में बल प्रयोग के समय अंतर को देखा जाए तो कम से कम तीन मिनट का फर्क है। यानि बॉलकनी में खड़े लोगों को देखे जाने के कम से कम तीन मिनट बाद पुलिस लाइब्रेरी में घुसी।