श्रीनगर। बीती 20 जून को कश्मीर घाटी के शोपियां में मुठभेड़ में मारे गए शौकत नाम के आतंकी के मसले पर पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती के आरोपों पर जम्मू-कश्मीर पुलिस ने पलटकर जवाब दिया है। अपने जवाब में पुलिस ने शौकत के आतंकी करियर का कच्चा चिट्ठा खोलकर रख दिया है। महबूबा ने इस मामले में सवाल खड़े किए थे और पुलिस पर तमाम आरोप लगाए थे। कश्मीर जोन पुलिस ने ट्वीट कर बताया है कि उसने 20 जून को हुई मुठभेड़ के बारे में पहले ही प्रेस नोट जारी किया था। उस मुठभेड़ में शौकत के साथ 3 विदेशी आतंकी भी मारे गए थे। प्रेस नोट में शौकत की आतंकवाद से संबंधित गतिविधियों की जानकारी भी दी गई थी।
We have already issued a detailed press note of the #encounter on 20th June, in which #terrorist Showkat along with 03 foreign terrorists got #neutralised. Besides, his involvement in #terror related activities was also shared.@JmuKmrPolice https://t.co/eCfrmEPObo pic.twitter.com/txncSYm5H2
— Kashmir Zone Police (@KashmirPolice) June 25, 2022
कश्मीर जोन पुलिस ने अपने ट्वीट में लिखा है कि शोपियां में एक निजी वाहन में आईईडी धमाके के पीछे शौकत का ही हाथ था। इस धमाके में एक जवान शहीद हुआ था। एक अन्य घायल हो गया था। पुलिस के मुताबिक लोलाब से शोपियां तक शोएब आतंकियों और हथियार लेकर भी आता था। उसने खुद लोलाब घाटी में सक्रिय आतंकियों की जानकारी का खुलासा भी किया था। बता दें कि महबूबा मुफ्ती ने शौकत अहमद शेख की मुठभेड़ पर सवाल उठाए थे। साथ ही जम्मू-कश्मीर के युवाओं से हिंसा से दूर रहने की बात करते हुए तंज कसा था। महबूबा ने कहा था कि मैं युवाओं और माता-पिता से बंदूक उठाने से रोकने की अपील करती हूं। उनको (सुरक्षाबलों को) आपको मारकर पैसा मिलता है।
J&K | A blast happened in Shopian in a Sumo. They arrested the driver Showkat Ahmad Sheikh & took him in custody. After 10 days they say he was killed in an encounter in Kupwara. But how did he reach there from custody?: PDP Chief, Mehbooba Mufti pic.twitter.com/9OZALIsVKT
— ANI (@ANI) June 25, 2022
इसके अलावा मुफ्ती ने ये भी कहा था कि आने वाले वक्त में जम्मू-कश्मीर को अपने युवाओं की और जरूरत होगी। उन्होंने कहा कि रोज सुनती हूं कि तीन या चार युवक मारे गए हैं। महबूबा मुफ्ती इससे पहले भी तमाम विवादित बयान दे चुकी हैं। कश्मीर से जुड़े संविधान के अनुच्छेद 370 के बारे में उन्होंने ये तक कहा था कि अगर इसे खत्म किया गया, तो घाटी में खून की नदियां बहेंगी। उन्होंने इसके अलावा कई बार केंद्र सरकार को धमकियां भी दीं।