नई दिल्ली। राज ठाकरे की पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) ने एक बार फिर मराठी भाषा का राग अलापा है। इस बार ये चिंगारी उठी है कोलाबा इलाके से,जहां एक मराठी लेखिका शोभा देशपांडे (75 वर्ष ) महावीर जूलर के यहां गई थी। दरअसल गुरुवार शाम को मराठी लेखिका शोभा देशपांडे कोलाबा के महावीर ज्वेलरी शोरूम गई थीं। उन्होंने मराठी में बातचीत शुरू की लेकिन ज्वेलर्स गुजराती भाषी था और मराठी नहीं बोल रहा था। शोरूम मालिक ने उन्हें मराठी के बजाय हिंदी में बोलने के लिए कहा, क्योंकि उन्हें मराठी नहीं आती थी। इसी बात को लेकर दोनों के बीच विवाद हो गया। लेखिका का कहना है कि उसे मराठी आ रही थी फिर भी वह भाषा का अपमान कर रहा था।
लेखिका शोभा दुकान के बाहर ही धरने पर बैठ गईं और रातभर सड़क पर लेटी रहीं। सुबह इसकी जानकारी MNS के नेताओं को मिली तो उन्होंने पहले पहुंचकर ज्वेलरी शोरूम मालिक को ही पीट दिया। इतना ही नहीं मनसे के कार्यकर्ताओं ने कथित तौर पर जैन को थप्पड़ भी मारा।
वहीं इस मामले के तूल पकड़ने के बाद सूबे के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने लेखिका शोभा देशपांडे से माफी मांगी कि उन्हें सड़क पर रात गुजारनी पड़ी।