नई दिल्ली। एनडीटीवी की जानी-मानी पत्रकार निधि राजदान (Nidhi Razdan) के साथ एक ऐसा वाकया हुआ है जिसको सुनकर आप भी अपने कानों पर भरोसा नहीं कर पाएंगे। साथ ही आपको बता दें कि निधि ने अपने सोशल मीडिया के जरिए ही अपने साथ हुआ हादसे का खुलासा किया है। बता दें कि 21 साल से निधि राजदान एनडीटीवी के साथ जुड़ी रहीं और हाल ही में उन्होंने इस चैनल को बाय-बाय बोल दिया। इसकी वजह थी हार्वर्ड विश्वविद्यालय (Harvard University) में प्रोफेसर के तौर पर निधि को बुलाया गया था और उन्हें वहां पढ़ाने की पेशकश की गई थी। इसके बाद जो हुआ वह ज्यादा हैरान करनेवाला है। निधि ने एनडीटीवी के साथ अपने 21 सालों के साथ को अलविदा कहा फिर उन्हें पता चला कि उनके साथ धोखा हुआ है। किसी ने उन्हें बेवकूफ बनाया है।
ट्विटर पर अपना दर्द साझा करते हुए निधि ने जो लिखा उसकी मानें तो एनडीटीवी की इस पूर्व एंकर को लगा कि इस प्रतिष्ठित हॉवर्ड विश्वविद्यालय में उनको अध्यापन के लिए जो बुलावा आया है। उसका कार्यकाल सितंबर 2020 में शुरू होना था, लेकिन महामारी के कारण इसे बढ़ाकर जनवरी 2021 कर दिया गया।
I have been the victim of a very serious phishing attack. I’m putting this statement out to set the record straight about what I’ve been through. I will not be addressing this issue any further on social media. pic.twitter.com/bttnnlLjuh
— Nidhi Razdan (@Nidhi) January 15, 2021
निधि ने हॉवर्ड से मिले इस ऑफर के बाद ढेर सारी जगहों पर इसको लेकर साक्षात्कार भी दिए और फिर उसने एनडीटीवी में अपने पद से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद उनका हॉवर्ड से बुलावे का इंतजार लंबा होता गया और फिर निधि को अचानक इस बात का पता चला कि उनके साथ धोखा हुआ है। किसी ने उसे बेवकूफ बनाया और हॉवर्ड में अध्यापन करने के नाम पर ठगा।
राजदान ने इसको लेकर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। इसके साथ ही उन्होंने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी को भी इसको लेकर एक पत्र लिखा है। साथ ही इसको लेकर सोशल मीडिया पर भी राजदान ने एक पोस्ट शेयर किया है।
निधि ने ईमेल के जरिए हुई बातचीत की जानकारी पुलिस के साथ-साथ हार्वर्ड यूनिवर्सिटी प्रशासन को भी जांच के लिए सौंपी है।