शपथ लेने के तुरंत बाद चीफ जस्टिस ने उठाया ऐसा कदम कि मातृशक्ति गौरवान्वित हो उठी
मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई के रिटायरमेंट के बाद आज नए सीजेआई ने शपथ ली। जस्टिस एस ए बोबडे ने आज देश के 47वें मुख्य न्यायाधीश के तौर पर शपथ ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने जस्टिस बोबडे को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई।
नई दिल्ली। मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई के रिटायरमेंट के बाद आज नए सीजेआई ने शपथ ली। जस्टिस शरद अरविंद बोबडे ने आज देश के 47वें मुख्य न्यायाधीश के तौर पर शपथ ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने जस्टिस बोबडे को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई।
मगर इस दौरान जस्टिस बोबडे ने कुछ ऐसा किया कि सभी मंत्रमुग्ध हो गए। शपथ ग्रहण के तुरंत बाद जस्टिस बोबडे ने अपनी मां के पैर छूकर उनका आशीर्वाद लिया। उनके इस भाव ने सभी को मातृशक्ति के प्रति आदर भाव से भर दिया।
इस दौरान उप राष्ट्रपति वैंकेया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह समेत कई वीवीआईपी मेहमान मौजूद रहे। शपथ ग्रहण के बाद हॉल में मौजूद सभी ने ताली बजाकर जस्टिस बोबडे को बधाई दी। उन्होंने अपनी तरफ से हाथ जोड़कर सभी का धन्यवाद दिया।
इससे पहले निर्वतमान सीजेआई रंजन गोगोई ने 18 अक्टूबर को जस्टिस बोबडे को प्रधान न्यायाधीश के रूप में नियुक्ति की सिफारिश की थी। जस्टिस बोबडे का जन्म 24 अप्रैल, 1956 को महाराष्ट्र के नागपुर में हुआ। 21 साल की वकालत के बाद साल 2000 में वह बॉम्बे हाईकोर्ट में एडिशनल जज बने। 16 अक्टूबर 2012 को मध्य प्रदेश हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस बने। 12 अप्रैल 2013 को सुप्रीम कोर्ट के जज बने, जस्टस बोबडे देश के 47वें चीफ जस्टिस बनेंगे। जस्टिस बोबडे का कार्यकाल 23 अप्रैल 2021 तक होगा।