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PS-1 : कमल हसन बोले- राजराजा चोल के शासन के समय अस्तित्व में नहीं था हिंदू धर्म, सुनकर भड़क गए भाजपा नेता

Hyderabad : फिल्म में चोल वंश के एक महान शासक राजाराज चोल की चर्चा की गई है। राजाराज भारत के महान राजाओं में से एक थे। अब फिल्म रिलीज होने के बाद से राजाराज चोल के धर्म पर बहस छिड़ गई है। लोग इस कहानी पर सोशल मीडिया पर अपनी राय दे रहे हैं।

Hyderabad : बॉलीवुड और साउथ की फिल्म इंडस्ट्री इस समय ऐतिहासिक फिल्मों पर अपना ध्यान केंद्रित करने में लगी हुई है। ऐसे में कई ऐसी इतिहास की कहानियां सामने निकल कर आ रही हैं जो लोगों को शायद पहले किताबों के जरिए इतने अच्छे तरीके से नहीं पता थीं। इतिहास में कई राजाओं के काल को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया। कहीं मुस्लिम राजा को हिंदू बता दिया गया तो कहीं हिंदू राजा को मुस्लिम बता दिया गया। दक्षिण भारत में चोल, पल्लव, पांड्य, चेर आदि राजवंशों का शासनकाल रहा। इन्होंने कई भव्य मंदिरों का निर्माण करवाया और इंडोनेशिया, मलेशिया, थाईलैंड जैसे पूर्व के देशों पर राज किया। इन राजवंशों में बेहद रोमांचक कहानियों का भी जन्म हुआ, इसी वजह से फ़िल्म इंडस्ट्री में अक्सर इतिहास पर आधारित फिल्मों का निर्माण होता रहता है।

क्या है वेत्रिमारन निर्देशित PS-1 की कहानी

हाल ही में हिंदुस्तान के महान चोल साम्राज्य पर आधारित एक फिल्म रिलीज हुई है। जिसका नाम है, PS:1 यानी ‘पोन्नियन सेल्वन। यह फिल्म 30 सितंबर को कई भाषाओं में रिलीज की जा चुकी है। इसी फिल्म में चोल वंश के एक महान शासक राजाराज चोल की चर्चा की गई है। राजाराज भारत के महान राजाओं में से एक थे। अब फिल्म रिलीज होने के बाद से राजाराज चोल के धर्म पर बहस छिड़ गई है। लोग इस कहानी पर सोशल मीडिया पर अपनी राय दे रहे हैं।

विवाद : क्या राजराजा चोलन हिंदू राजा नहीं थे ?

गौरतलब है कि फिल्म रिलीज से पहले राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता तमिल निर्देशक वेत्रिमारन ने कहा था कि ‘हमारे प्रतीक लगातार हमसे छीने जा रहे हैं। वल्लुवर का भगवाकरण हो रहा है। राजराजा चोलन को लगातार हिंदू राजा कहा जा रहा है। के इस बयान के बाद से ही बयान-बाजी का सिलसिला तूल पकड़ने लगा है।’

निर्देशक वेत्रिमारन के इसी विवादित बयान पर भाजपा नेता एच राजा भड़क गए। उन्होंने इतिहास का हवाला देते हुए कहा कि ‘मैं वेत्रिमारन की तरह इतिहास से अच्छी तरह वाकिफ नहीं हूं, लेकिन उन्हें राजराजा चोलन द्वारा निर्मित दो चर्चों और मस्जिदों की ओर इशारा करना चाहिए। इतना ही नहीं उन्होंने खुद को शिवपाद सेकरन भी कहा था। फिर वह तब हिंदू कैसे नहीं हुए।

भाजपा नेता एच राजा द्वारा जैसे ही वेत्रिमारन के दावे पर आपत्ति जताई गई, उसके फौरन बाद फिल्म निर्माता और अभिनेता कमल हासन वेत्रिमारन के दावे के समर्थन में आ गए। अभिनेता ने कहा राजा राजचोलन के समय में हिंदू धर्म की अवधारणा थी ही नहीं। जब राजा राजा चोलन राज करते थे उस समय केवल वह वैणवम, शिवम और समाननम के धर्म अस्तित्व में थे।

उन्होंने आगे अपने टिप्पणी में कहा- “हिंदू शब्द तो अंग्रेजों द्वारा गढ़ा गया था। उन्होंने थुथुकुडी को तूतीकोरिन में बदल दिया। इसके अलावा अपनी बात को सही ठहराते हुए कमल हासन ने यह तक कह डाला कि इतिहास पर आधारित ‘पोन्नियिन सेल्वन-1′ का जश्न मनाने का क्षण है। इतिहास को बढ़ा-चढ़ाकर पेश न करें और न ही इसमें भाषा के मुद्दे को शामिल करें।’ हालांकि यह फ़िल्म अभी तक कामयाब दिखाई दे रही है। अभी तक इस फ़िल्म ने 200 करोड़ से ऊपर की कमाई की है।