मोदी सरकार को राजधर्म की नसीहत देने के चक्कर में खुद घिरी कांग्रेस
गौरतलब है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं का एक दल जब राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मिलकर केंद्र सरकार से राजधर्म निभाने की बात कही तब भाजपा आक्रमक हो गई। शुक्रवार को केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी राजधर्म के नाम पर लोगों को भड़काने का काम ना करे।
नई दिल्ली। दिल्ली हिंसा पर कांग्रेस ने केंद्र सरकार को राजधर्म पालन करने की अपील की थी। राजधर्म को लेकर एक बार फिर सियासी पारा बढ़ गया है, और राजनीतिक बयानबाजी का दौर शुरू हो गया है। हालांकि मोदी सरकार को राजधर्म की नसीहत देने वाले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल खुद ही घिर गए। दरअसल शुक्रवार को केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा था कि कांग्रेस पार्टी राजधर्म के नाम पर लोगों को भड़काने का काम ना करे। केंद्रीय मंत्री का बयान सामने आने के बाद अब कपिल सिब्बल ने पलटवार किया।
कपिल सिब्बल ने शनिवार को एक ट्वीट किया, ‘कानून मंत्री कांग्रेस से कहते हैं कि प्लीज, हमें राजधर्म न सिखाएं। हम कैसे आपको सिखा सकते हैं मंत्री महोदय। जब आपने गुजरात में वाजपेयी जी की नसीहत नहीं सुनी, आप हमें क्यों सुनेंगे। सुनना, सीखना और राजधर्म का पालन करना आपके मजबूत बिंदुओं में से एक नहीं है।’
लेकिन केंद्र सरकार को राजधर्म की नसीहत देने वाली कांग्रेस पार्टी अब खुद सोशल मीडिया पर घिर गई है। यूजर्स ने राजधर्म का पाठ पढ़ने वाली कांग्रेस को जमकर फटकार लगाई है। इसके साथ ही लोगों ने कांग्रेस पार्टी की खिल्ली उड़ाते हुए सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी और राहुल गांधी को राजधर्म का पालन करने की नसीहत दे डाली।
दरअसल साल 2002 में जब गुजरात में दंगे भड़के थे, तब तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने उस वक्त के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी से राजधर्म का पालन करने को कहा था। गुजरात दंगों में सैकड़ों लोग मारे गए थे।
गौरतलब है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं का एक दल जब राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मिलकर केंद्र सरकार से राजधर्म निभाने की बात कही तब भाजपा आक्रमक हो गई। शुक्रवार को केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी राजधर्म के नाम पर लोगों को भड़काने का काम ना करे।