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BBC Documentary: PM मोदी की डॉक्यूमेंट्री को सही बताने वाले लोगों को किरण रिजिजू की फटकार, कहा- आज भी कुछ लोग गोरे शासकों को मालिक…..

BBC Documentary: डॉक्यूमेंट्री “इंडिया: द मोदी क्वेश्चन” को देशभर में रिलीज से पहले ही बैन कर दिया है जबकि फिल्म का पहला एपिसोड 17 जनवरी को ब्रिटेन में टेलीकास्ट हो चुका है जिसमें पीएम मोदी के शुरुआती जीवन और राजनीतिक करियर के बारे में दिखाया गया है

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KIRAN

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बनी डॉक्यूमेंट्री को लेकर बवाल जारी है। मामले पर पक्ष और विपक्ष के बीच राजनीति भी शुरू हो चुकी है। जहां सरकार डॉक्यूमेंट्री को बैन करने के कारण बता रही है, तो वहीं विपक्ष सवाल उठा रहा है। डॉक्यूमेंट्री “इंडिया: द मोदी क्वेश्चन” को देशभर में रिलीज से पहले ही बैन कर दिया है जबकि फिल्म का पहला एपिसोड 17 जनवरी को ब्रिटेन में टेलीकास्ट हो चुका है जिसमें पीएम मोदी के शुरुआती जीवन और राजनीतिक करियर के बारे में दिखाया गया है। अब मामले में  केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू का बयान आया है जिसमें उन्होंने उन लोगों को निशाना साधा है जो डॉक्यूमेंट्री को सही बता रहे हैं।

कुछ लोगों के लिए गोरे शासक पसंद- किरण रिजिजू

केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने एक बयान जारी करते हुए लिखा- “कुछ लोगों के लिए गोरे शासक अभी भी मालिक हैं जिनका भारत पर फैसला अंतिम है न कि भारत के सर्वोच्च न्यायालय का फैसला या भारत के लोगों की इच्छा।” इससे पहले भी उन्होंने ट्वीट कर विपक्ष पर निशाना साधा था। उन्होंने 2 दिन पहले ट्वीट करते हुए लिखा था कि “भारत में कुछ लोग अभी भी औपनिवेशिक नशा से दूर नहीं हुए हैं। वे लोग बीबीसी को भारत का उच्चतम न्यायालय से ऊपर मानते हैं  और अपने नैतिक आकाओं को खुश करने के लिए  देश की गरिमा और छवि को किसी भी हद तक गिरा देते हैं।”


विपक्ष कर रहा मामले को भूनने का काम

मामले पर लगातार विपक्ष हमलावर है। विपक्ष का कहना है कि डॉक्यूमेंट्री पीएम मोदी की सच्चाई दिखाना चाहती है और ऐसे में सरकार नहीं चाहती कि उनकी पोल खुले।कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने अपने एक बयान में कहा था कि बीजेपी को जब किसी भी चीज से दिक्कत होती है, तो वो उस चीज को हटा देती है या बैन करा देती है लेकिन सच्चाई को दबाया नहीं जा सकता है।


बता दें कि “इंडिया: द मोदी क्वेश्चन” में पीएम मोदी के राजनीतिक और पर्सनल लाइफ दोनों पहलुओं को दिखाया गया है। डॉक्यूमेंट्री में गुजरात दंगों का भी जिक्र किया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो डॉक्यूमेंट्री में गुजरात दंगों के जरिए पीएम मोदी की छवि को नुकसान पहुंचाने का काम किया गया है साथ ही दंगों को लेकर सरकार पर सवाल भी खड़े किए गए हैं।

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