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Congress: दिग्गी के बाद अब इस दिग्गज नेता का था अध्यक्ष बनने का मन, तो आलाकमान से कटा पत्ता, चुनाव फिक्सिंग पर बहस तेज

केएन त्रिपाठी के अध्य़क्ष पद के चुनाव से कदम पीछे करने के संदर्भ में उन्होंने कहा कि उनके फॉर्म की जांच की गई है, जिसमें 20 में से चार हस्ताक्षरों में भिन्निता पाई गई है, जिसे ध्यान में रखते हुए उनका नामांकन पत्र निरस्त कर दिया है। अब ऐसे में माना जा रहा है कि आगामी दिनों में कांग्रेस के अध्यक्ष पद के लिए खड़गे और थरूर के बीच सीधा मुकाबला देखने को मिल सकता है।

नई दिल्ली। झारखंड के पूर्व कैबिनेट मंत्री केएन त्रिपाठी का नामांकन पत्र खारिज कर दिया गया है। कुछ विसंगितयों की वजह से पार्टी आलाकमान को यह कदम उठाया पड़ा है, जिसके बारे में मधुसुदन मिस्त्री ने प्रेस कांफ्रेंस में आगे विस्तार से बताया है। अब ऐसे में माना जा रहा है कि कांग्रेस के अध्य़क्ष पद के लिए सीधे तौर पर मुकाबला शशि थरूर और मल्लिकार्जुन खड़गे के बीच ही होगा। बता दें कि नामांकन पत्र वापस लेने की आखिरी तारीख 8 अक्टूबर है। अगर इस दिन तक दोनों में से किसी भी नेता ने नामांकन पत्र वापस नहीं लिया तो चुनाव की स्थिति पैदा होगी। अब ऐसी स्थिति में आगामी दिनों में कांग्रेस के अध्यक्ष पद की कुर्सी पर कौन विराजमान होता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। ध्यान रहे कि कांग्रेस के अध्य़क्ष पद के चुनाव के लिए खड़गे ने अंतिम वक्त में एंट्री ली है। इससे पहले गहलोत की चर्चा थी, लेकिन उन्होंने सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान कर दिया था और मुख्यमंत्री पद के संदर्भ में सारे फैसले आलाकमान पर छोड़ दिए थे। जिसके बाद दिग्विजय को लेकर चर्चाओं का बाजार गुलजार हुआ तो उन्होंने भी अपने कदम पीछे खींचे लिए। जिसके बाद आलाकमान की ओर से खड़गे के नाम पर मुहर लगी है। उन्हें पार्टी की ओर से तकरीबन 30 नेताओं ने समर्थन दिया है। माना जा रहा है कि आगामी दिनों में समर्थित नेताओं की तादाद में बढ़ोतरी देखने को ही मिलेगी।

इसके साथ ही केएन त्रिपाठी के अध्य़क्ष पद के चुनाव से कदम पीछे करने के संदर्भ में उन्होंने कहा कि उनके फॉर्म की जांच की गई है, जिसमें 20 में से चार हस्ताक्षरों में भिन्निता पाई गई है, जिसे ध्यान में रखते हुए उनका नामांकन पत्र निरस्त कर दिया है। अब ऐसे में माना जा रहा है कि आगामी दिनों में कांग्रेस के अध्यक्ष पद के लिए खड़गे और थरूर के बीच सीधा मुकाबला देखने को मिल सकता है। उधर, सियासी गलियारों में कांग्रेस अध्य़क्ष पद के चुनाव को फिक्सिंग के रूप में देखा जा रहा है। माना जा रहा है कि यह चुनाव सिर्फ दिखावटी मात्र है। अंदरखाने तो अध्य़क्ष किसको बनाना है। यब सब पहले ही तय हो चुका है।

ED summons Sonia, Rahul; Congress says will not be cowed down | Deccan Herald

बता दें कि कांग्रेस के अध्यक्ष पद के लिए आगामी 17 अक्टूबर को चुनाव होना है, जिसके बाद नतीजों की घोषणा की जाएगी। अब ऐसी स्थिति में आगामी दिनों में कांग्रेस के अध्य़क्ष पद की जिम्मेदारी किस चेहरे को दी जाती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। गौरतलब है कि विगत लोकसभा चुनाव में करारी शिकस्त झेलने के बाद राहुल गांधी ने साफ कर दिया था कि वे अध्य़क्ष पद पर अब आसीन नहीं होंगे। अब अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी गैर-गांधी परिवार के किसी नेता को ही सौंपी जाए। हालांकि इस बीच उन्हें मनाने की खूब कोशिश की गई थी, लेकिन राहुल अब अपने फैसले पर अटल नजर आ रहे हैं। अब ऐसी स्थिति में आगामी दिनों में कांग्रेस के अध्य़क्ष पद पर कौन विराजमान होता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। तब तक के लिए आप देश दुनिया की तमाम बड़ी खबरों से रूबरू होने के लिए पढ़ते रहिए। न्यूज रूम पोस्ट.कॉम