Delhi: भारत ने लश्कर चीफ हाफिज सईद के बेटे तलहा को किया आतंकी घोषित, इस वजह से हुआ एक्शन
गृह मंत्रालय के मुताबिक खुफिया एजेंसियों ने जांच के बाद पाया कि तलहा सईद अपने पिता की ओर से स्थापित लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी प्रशिक्षण केंद्रों में जाता है। वहां वो भड़काऊ बयान देकर भारत के खिलाफ जेहाद करने के लिए लोगों को उकसाता है।
नई दिल्ली। पाकिस्तान में आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के चीफ हाफिज सईद को वहां की एक अदालत से 31 साल कैद की सजा मिलने के एक दिन बाद शनिवार को भारत ने हाफिज के बेटे तलहा को भी आतंकी घोषित कर दिया है। गृह मंत्रालय ने तलहा को कठोर यूएपीए कानून के तहत आतंकी घोषित किया है। तलहा सईद अभी लश्कर की मौलवी विंग का चीफ है। उसके पिता हाफिज सईद पर अमेरिका ने करोड़ों का इनाम घोषित कर रखा है। हाफिज सईद को 2008 को मुंबई में हुए आतंकी हमलों का दोषी पाया गया था। भारत अब तलहा को सौंपने की मांग पाकिस्तान से करने वाला है।
MHA issues a notification declaring Hafiz Talha Saeed, son of Hafiz Mohammad Saeed, a senior leader of Lashkar-e-Taiba (LeT) and head of the cleric wing of the LeT, as a designated terrorist under the provisions of the UAPA Act 1967 pic.twitter.com/Cxo2OKtoqf
— ANI (@ANI) April 9, 2022
गृह मंत्रालय के मुताबिक खुफिया एजेंसियों ने जांच के बाद पाया कि तलहा सईद अपने पिता की ओर से स्थापित लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी प्रशिक्षण केंद्रों में जाता है। वहां वो भड़काऊ बयान देकर भारत के खिलाफ जेहाद करने के लिए लोगों को उकसाता है। साथ ही भारत के खिलाफ आतंकी गतिविधि के लिए फंड जुटाने और आतंकवाद फैलाने के लिए भर्तियां करने की भी तलहा की गतिविधि सामने आई है। भड़काऊ बयान देने वाले तलहा के कई वीडियो बीते कुछ समय में आए थे। इन वीडियो से भी साफ है कि वो भारत के खिलाफ अभियान चला रहा है। उसका एक वीडियो करीब 5 साल पहले आया था। जिसमें वो कह रहा था कि जम्मू-कश्मीर में जेहाद होकर रहेगा।
तलहा को आतंकी घोषित करने का नोटिफिकेशन जारी हुआ है। उसके पिता को कैद की सजा मिलने के बाद तलहा अब लश्कर की कमान पूरी तरह संभाल सकता है। जानकारी के मुताबिक तलहा को पिछले साल यानी 2021 में सार्वजनिक तौर पर उस वक्त देखा गया था, जब उसके पिता हाफिज सईद के घर के पास धमाका हुआ था। तलहा इस धमाके में घायल लोगों से मिलने के लिए हॉस्पिटल भी गया था। तलहा को आतंकी करार देने के बाद अब लश्कर और पाकिस्तान के लिए मुश्किल और बढ़ सकती है।